परमारà¥à¤¥ निकेतन में जरà¥à¤®à¤¨à¥€ से 70 से अधिक लोगों का à¤à¤• दल पधारा। दल के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ ससà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज से à¤à¥‡à¤‚टवारà¥à¤¤à¤¾ कर, दिवà¥à¤¯ गंगा आरती और सतà¥à¤¸à¤‚ग में सहà¤à¤¾à¤— किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
11 जनवरी, ऋषिकेश। परमारà¥à¤¥ निकेतन में जरà¥à¤®à¤¨à¥€ से 70 से अधिक लोगों का à¤à¤• दल पधारा। दल के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ ससà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज से à¤à¥‡à¤‚टवारà¥à¤¤à¤¾ कर, दिवà¥à¤¯ गंगा आरती और सतà¥à¤¸à¤‚ग में सहà¤à¤¾à¤— किया। जरà¥à¤®à¤¨à¥€ से आये दल के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने जल, जंगल और जमीन पर बà¥à¤¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण के बारे में चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि यह समसà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ किसी à¤à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की नहीं बलà¥à¤•à¤¿ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤‚ें हंै और इनका समाधान à¤à¥€ मिलकर खोजना होगा। जल और जमीन के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡, वैशà¥à¤µà¤¿à¤• मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡à¤‚ है। इन समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के समाधान के लिये सब को मिलकर कारà¥à¤¯ करना होगा। जरà¥à¤®à¤¨à¥€ से आये दल में कà¥à¤› बचà¥à¤šà¥‡ अचà¥à¤›à¥€ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ बोलते और गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ में गाते à¤à¥€ है। कई बचà¥à¤šà¥‡ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤²à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर रहे है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिये à¤à¤• संदेश और सबक à¤à¥€ है। अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ को न à¤à¥‚लंे, अपनी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को न à¤à¥‚लें,। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि विदेशी à¤à¤¾à¤°à¤¤ में आकर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को सीख रहे हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि अपनी जड़ों से जà¥à¤¡à¥‡à¤¼ रहंे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के पूरà¥à¤µ महासचिव बान की मून ने कहा था कि ’’कोई वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• योजना नहीं है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारे पास इस धरती की तरह कोई दूसरा गà¥à¤°à¤¹ नहीं है। यह वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ आज के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिये चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€à¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ से जोड़ना जरूरी है।’’ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के कनà¥à¤§à¥‹à¤‚ पर मानव सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ को ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ पर ले जाने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि 21 वीं शताबà¥à¤¦à¥€ की वैशà¥à¤µà¤¿à¤• चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨, जल पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण और कम होते जंगल सबसे बड़ी समसà¥à¤¯à¤¾ है इसके लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¥€à¤¯ नैतिकता जरूरी है जिससे हम वैशà¥à¤µà¤¿à¤• परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को बचा सकते है। हमें वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर सतत विकास लकà¥à¤·à¥à¤¯ को अपनाना होगा जिससे वासà¥à¤¤à¤µ में सकारातà¥à¤®à¤• परिणाम पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होंगे। जरà¥à¤®à¤¨à¥€ से आये दल ने परमारà¥à¤¥ निकेतन में रहकर योग, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨, सतà¥à¤¸à¤‚ग और संगीत को सीखने की इचà¥à¤›à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज के पावन सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में जरà¥à¤®à¤¨à¥€ से आये दल के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने विशà¥à¤µ गà¥à¤²à¥‹à¤¬ का जलà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• कर जल संरकà¥à¤·à¤£ का संकलà¥à¤ª लिया।