पंजाब केसरी दिलà¥à¤²à¥€ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ संपादक, निरà¥à¤à¥€à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° ,कलम वीर और पूरà¥à¤µ सांसद दिवंगत शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ वैदिक विधि-विधान के साथ आज हर की पैड़ी पर गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की गईं ।
रिपोर्ट - रामेशà¥à¤µà¤° गौड़
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 26 जनवरी। पंजाब केसरी दिलà¥à¤²à¥€ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ संपादक, निरà¥à¤à¥€à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° ,कलम वीर और पूरà¥à¤µ सांसद दिवंगत शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ वैदिक विधि-विधान के साथ आज हर की पैड़ी पर गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की गईं । उनके बड़े बेटे आदितà¥à¤¯ नारायण चोपड़ा ने अपने छोटे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ आकाश चोपड़ा और अरà¥à¤œà¥à¤¨ चोपड़ा के साथ मिलकर अपने पिता सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा के असà¥à¤¥à¤¿ अवशेष मां गंगा की गोद में à¤à¤¾à¤µà¥à¤• माहौल में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किà¤à¥¤ इस à¤à¤¾à¤µà¥à¤• कà¥à¤·à¤£ की साकà¥à¤·à¥€ बने शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ चोपड़ा की अरà¥à¤§à¤¾à¤‚गिनी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ किरण चोपड़ा और उनके अनà¥à¤¯ परिजन। सà¤à¥€ ने अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा को अशà¥à¤°à¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ नेतà¥à¤°à¥‹à¤‚ से à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ अंतिम विदाई दी। इस मौके पर शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा के बड़े बेटे आदितà¥à¤¯ नारायण चोपड़ा की पतà¥à¤¨à¥€ सोनम चोपड़ा और उनके दोनों बेटे आरà¥à¤¯à¤µà¥€à¤° और आरà¥à¤¯à¤¨ ही मौजूद थे ।आदितà¥à¤¯ नारायण चोपड़ा अपने पिता शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा का असà¥à¤¥à¤¿ कलश लेकर दिलà¥à¤²à¥€ से हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° हरकी पैड़ी पर आज दोपहर पहà¥à¤‚चे थे। उनके साथ उनकी मौसी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤® बीना शरà¥à¤®à¤¾, मधॠशरà¥à¤®à¤¾, सोनिया सूरी, गीता चोपड़ा, उनके मौसा शिव शंकर शरà¥à¤®à¤¾ ,उनके साले धीरज अरोड़ा तथा अनà¥à¤¯ परिजन और बंधॠ-बांधव साथ आठथे। हर की पैड़ी पर शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा के असà¥à¤¥à¤¿ अवशेष की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का कारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ गंगा सà¤à¤¾ हर की पैड़ी के संयोजन में तथा शà¥à¤°à¥€ गीता कà¥à¤Ÿà¥€à¤° तपोवन के सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ संत,शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ तथा वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° डॉकà¥à¤Ÿà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवशेषानंद के पावन सानिधà¥à¤¯ में संपनà¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ चोपड़ा परिवार के तीरà¥à¤¥ पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ पंडित अशà¥à¤µà¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° ने असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ संपनà¥à¤¨ करवाई और नम आंखों से उनके परिजनों और पà¥à¤°à¤¶à¤‚सकों ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° की हरकी पैड़ी पर गंगा तट में अंतिम विदाई दी और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कलम का वीर और निडर योदà¥à¤§à¤¾ बताया। इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€ गंगा सà¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ में शà¥à¤°à¥€ गीता कà¥à¤Ÿà¥€à¤° तपोवन के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– डॉकà¥à¤Ÿà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवशेषानंद, पतंजलि योगपीठके महामंतà¥à¤°à¥€ आचारà¥à¤¯ बालकृषà¥à¤£, शà¥à¤°à¥€ गंगा सà¤à¤¾ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पंडित पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª à¤à¤¾ ,महामंतà¥à¤°à¥€ पंडित तनà¥à¤®à¤¯ वशिषà¥à¤ à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ ,उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· जितेंदà¥à¤° विदà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² ,गंगा सà¤à¤¾ के सà¥à¤µà¤¾à¤—त मंतà¥à¤°à¥€ डॉकà¥à¤Ÿà¤° सिदà¥à¤§à¤¾à¤°à¥à¤¥ चकà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤£à¤¿ ,à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ पंडित, मनोज सिखोला, अमेरिका से आठदà¥à¤°à¥à¤—ा मंदिर के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– पंडित आचारà¥à¤¯ ओंकार शरà¥à¤®à¤¾, लाल माता मंदिर के पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक à¤à¤•à¥à¤¤ दà¥à¤°à¥à¤—ादास , शà¥à¤°à¥€ गीता कà¥à¤Ÿà¥€à¤° तपोवन के पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक शिव दास दà¥à¤¬à¥‡, दिलà¥à¤²à¥€ से आठवरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मोहमà¥à¤®à¤¦ हसन ,पà¥à¤°à¥‡à¤¸ फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° दयाशंकर, वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° गोपाल सिंह रावत ,पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राजेश शरà¥à¤®à¤¾ ,शà¥à¤°à¤®à¤œà¥€à¤µà¥€ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यूनियन के महामंतà¥à¤°à¥€ मेहताब आलम, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ पांडेय, रामेशà¥à¤µà¤° गौड़ ,मà¥à¤•à¥‡à¤¶ वरà¥à¤®à¤¾, वेद पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ चौहान ,राजेंदà¥à¤° नाथ गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ से आठवरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° संजय तलवार ,मथà¥à¤°à¤¾ से आठवरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° राजकà¥à¤®à¤¾à¤° तोमर ,रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ से आठपतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° जगदीश देशपà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ ,संजय चौहान ,ऋषिकेश से आठवरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤¸ के विरमानी ,पंजाबी महासà¤à¤¾ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अमर कà¥à¤®à¤¾à¤° ,महामंतà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कालरा ,पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤°, देवेंदà¥à¤° चावला, संदीप कपूर, नागेश वरà¥à¤®à¤¾ ,हरविंदर सिंह, सà¥à¤¨à¥€à¤² अरोड़ा ,रवि पाहवा नीलू खनà¥à¤¨à¤¾ आदि मौजूद थे। सà¤à¥€ ने अपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ शà¥à¤°à¥€ अशà¥à¤µà¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा के असà¥à¤¥à¤¿ कलश पर पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। इस मौके पर सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ संत ,लेखक, चिंतक, विचारक, शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦ डॉकà¥à¤Ÿà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवशेषानंद ने कहा कि अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा का पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में दिया गया योगदान कà¤à¥€ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकता। वे लेखनी के धनी थे और à¤à¤• निरà¥à¤à¥€à¤• पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° थे। पतंजलि योगपीठके महामंतà¥à¤°à¥€ आचारà¥à¤¯ बालकृषà¥à¤£ ने कहा कि अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° चोपड़ा के विचार हर यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक रहेंगे । वह मिलनसार मृदà¥à¤à¤¾à¤·à¥€ और मानवतावादी थे । उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कई सामाजिक कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के खिलाफ जोरदार ढंग से लेखन किया । शà¥à¤°à¥€ गंगा सà¤à¤¾ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पंडित पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª à¤à¤¾ ने कहा कि चोपड़ा की लेखनी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ थी । वे राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को बड़ी बखूबी से अपने कलम के माधà¥à¤¯à¤® से समाज के सामने रखते थे । शà¥à¤°à¥€ गंगा सà¤à¤¾ के महामंतà¥à¤°à¥€ तनà¥à¤®à¤¯ वशिषà¥à¤ à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ ने कहा कि चोपड़ा ने हमेशा राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤® की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होकर धारदार ढंग से लिखा। उनकी लेखनी निडरता की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थी। पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कà¥à¤²à¤¬ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राज