राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² लेफà¥à¤Ÿà¤¿à¤¨à¥‡à¤‚ट जनरल गà¥à¤°à¤®à¥€à¤¤ सिंह (से. नि.) ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° निरà¥à¤®à¤² छावनी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ “आदरà¥à¤¶ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• फ़ारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€â€ के 75 वरà¥à¤· पूरà¥à¤£ होने के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ में आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बतौर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। इस अवसर पर राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, योग, गौ-गंगा संरकà¥à¤·à¤£ के लिठविशिषà¥à¤Ÿ कारà¥à¤¯ करने वाले लोगों à¤à¤µà¤‚ शहीदों के परिजनों को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°: राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² लेफà¥à¤Ÿà¤¿à¤¨à¥‡à¤‚ट जनरल गà¥à¤°à¤®à¥€à¤¤ सिंह (से. नि.) ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° निरà¥à¤®à¤² छावनी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ “आदरà¥à¤¶ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• फ़ारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€â€ के 75 वरà¥à¤· पूरà¥à¤£ होने के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ में आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बतौर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। इस अवसर पर राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, योग, गौ-गंगा संरकà¥à¤·à¤£ के लिठविशिषà¥à¤Ÿ कारà¥à¤¯ करने वाले लोगों à¤à¤µà¤‚ शहीदों के परिजनों को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान अपने समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ के दौरान राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने आदरà¥à¤¶ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• फ़ारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€ परिवार को बधाई देते हà¥à¤ कहा कि यह संयोग है कि à¤à¤• ओर हम आज़ादी के 75 वरà¥à¤· पूरà¥à¤£ होने पर अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर आदरà¥à¤¶ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• फ़ारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€ à¤à¥€ 75 वरà¥à¤· का सफ़र पूरा कर चà¥à¤•à¥€ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कोविड काल में à¤à¤• ओर देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ इस महामारी से जूठरही थी, वहीं दूसरी ओर योग और आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ ने इस बीमारी से डटकर मà¥à¥˜à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करते हà¥à¤ लोगों के आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ को जगाया। राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा कि इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में संत, सैनिक, सेवक, सिकà¥à¤– और समाज à¤à¤• साथ नज़र आ रहे हैं। जड़ों से जोड़ती हैं जड़ी-बूटियाठराजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने अपने समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कहा कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और जड़ी बूटियाठहमें हमारी जड़ों, सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और इतिहास से जोड़ती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हम सब की ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ को पूरी मानवता से साà¤à¤¾ कर à¤à¤¾à¤°à¤¤ को विशà¥à¤µà¤—à¥à¤°à¥ बनाने की दिशा में काम करें। राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा कि जो जड़ी बूटियाठशिव के चरणों से, हिमालय से निकलती हैं वो à¤à¤• आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ ले कर आती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि निःसंदेह आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ हमारी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ की पौराणिक धरोहर है, तो योग हमारी सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग है। हमारे पूरà¥à¤µà¤œ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, योग और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों से उपचार की पदà¥à¤§à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को ही अपनाते थे और वे लोग दीरà¥à¤˜à¤¾à¤¯à¥ होते थे। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ तो यूं à¤à¥€ वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ से ही पोषित होता है पेड़-पौधों की जड़, तना, पतà¥à¤¤à¥€, छाल, फल, फूल, कली, बीज सà¤à¥€ कà¥à¤› तो आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— होते हैं । अदà¥à¤à¥à¤¤ है हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° कि धरती राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में योग, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, मरà¥à¤® चिकितà¥à¤¸à¤¾ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विदà¥à¤¯à¤¾ के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में अनेक महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अपनी सेवाà¤à¤‚ दे रहे हैं। इसके साथ ही à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बौदà¥à¤§à¤¿à¤• समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ को संजोठरखने और इसे आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में अपना महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दे रहे हैं। इसी दिशा में यह आदरà¥à¤¶ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• फारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€ à¤à¥€ पिछले 75 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में अपनी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सेवाà¤à¤‚ दे रही हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° तो योग, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विदà¥à¤¯à¤¾ का तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ संगम है लेकिन मैं अनà¥à¤à¤µ कर रहा हूठकि ये तीनों धाराà¤à¤‚ अलग-अलग दिशाओं में बह रही हैं। जब कि सच यह है कि ये तीनों विदà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ à¤à¤• दूसरे के बिना अधूरी और अपूरà¥à¤£ हैं। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के बिना आप योग और आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ à¤à¥€ नहीं कर सकते हैं। इस लिठयोग, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को à¤à¤• साथ जोड़कर आगे बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ होगा। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ का आपस में अनोखा मेल है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ हमें अपनी जड़ों से जोड़ती है और इसमें जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का बड़ा à¤à¤‚डार है। राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤—à¥à¤°à¤‚थ साहिब में à¤à¥€ पहला शबà¥à¤¦ “à¤à¤•à¤®â€ है जिसका अरà¥à¤¥ है पूरा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚ड à¤à¤• है और à¤à¤• से à¤à¤• मिलकर पूरे संसार को बनाते हैं।