à¤à¥‚मा निकेतन की यजà¥à¤žà¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में सनातन धरà¥à¤® औऱ सनातन धरà¥à¤® के मानने वालो की रकà¥à¤·à¤¾ के और सनातन धरà¥à¤® के शतà¥à¤°à¥à¤“ं के समूल विनाश के लिये चल रहा 11 दिवसीय माठबगलामà¥à¤–ी महायजà¥à¤ž आज साà¥à¥‡ पाà¤à¤š लाख आहà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹ के साथ पूरà¥à¤£ हो गया।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज़ à¤à¤¾à¤°à¤¤
à¤à¥‚मा निकेतन की यजà¥à¤žà¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में सनातन धरà¥à¤® औऱ सनातन धरà¥à¤® के मानने वालो की रकà¥à¤·à¤¾ के और सनातन धरà¥à¤® के शतà¥à¤°à¥à¤“ं के समूल विनाश के लिये चल रहा 11 दिवसीय माठबगलामà¥à¤–ी महायजà¥à¤ž आज साà¥à¥‡ पाà¤à¤š लाख आहà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹ के साथ पूरà¥à¤£ हो गया।यह महायजà¥à¤ž जगदमà¥à¤¬à¤¾ महाकाली डासना वाली के परिवार ने शà¥à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ महासà¤à¤¾,तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ समिति,रà¥à¤•à¥à¤®à¤£à¥€ कृषà¥à¤£ सेवा समिति तथा अनà¥à¤¯ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के साथ मिलकर किया। महायजà¥à¤ž की पूरà¥à¤£à¤¾à¤¹à¥à¤¤à¤¿ पर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संत परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संयोजक यति नरसिंहाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने à¤à¥‚मापीठाधीशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अचà¥à¤¯à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ तीरà¥à¤¥ जी महाराज और समसà¥à¤¤ à¤à¥‚मा परिवार,शà¥à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ महासà¤à¤¾,तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ समिति,रà¥à¤•à¥à¤®à¤£à¥€ कृषà¥à¤£ सेवा समिति तथा अनà¥à¤¯ सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं उनके अमूलà¥à¤¯ सहयोग के लिये बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ साधà¥à¤µà¤¾à¤¦ और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया। इस अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अचà¥à¤¯à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¤‚नà¥à¤¦ तीरà¥à¤¥ जी महाराज ने कहा की बगलामà¥à¤–ी महायजà¥à¤ž वासà¥à¤¤à¤µ में मानव के लिये कलà¥à¤ª वृकà¥à¤· के समान है जो मानव की हर सातà¥à¤µà¤¿à¤• मनोकामना पूरà¥à¤£ करने में सकà¥à¤·à¤® है।संकट के इस समय हर सनातन के मानने वाले को माठबगलामà¥à¤–ी की शरण मे आना चाहिà¤à¥¤à¤µà¥ˆà¤¸à¥‡ à¤à¥€ सनातन धरà¥à¤® का यजà¥à¤ž सबसे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– धारà¥à¤®à¤¿à¤• करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है।वेद और पà¥à¤°à¤¾à¤£ दोनों तरह की सनातन धारà¥à¤®à¤¿à¤• पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ में यजà¥à¤ž की महिमा का वरà¥à¤£à¤¨ है।à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ अपने शà¥à¤°à¥€à¤®à¥à¤– से यजà¥à¤ž,दान और तप को किसी à¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के लिये अनिवारà¥à¤¯ घोषित किया है।à¤à¤¸à¥‡ में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मानव का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है की वह पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के संतà¥à¤²à¤¨ और मानव की रकà¥à¤·à¤¾ के लिये यजà¥à¤ž करे।यहाठतक की आरà¥à¤¯ समाज à¤à¥€ यजà¥à¤ž के महतà¥à¤µ को मानता है। पंडित अधीर कौशिक जी ने कहा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· मे वेदिक काल मे पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• घर व मंदिर और आशà¥à¤°à¤® मे यजà¥à¤ž पà¥à¤°à¤¤à¤¿ दिन होता था और पà¥à¤°à¥‡ देश मे सà¥à¤– शांति व वैà¤à¤µ था। यजà¥à¤žà¥‹à¤‚ के कारण ही पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बना रहता है। इस देश पर जब इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• आकà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने आकà¥à¤°à¤®à¤£ किया तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ हमारे आशà¥à¤°à¤®à¥‹ व यजà¥à¤ž शालों को तोड़ दिया। इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• शासनकाल मे हमारे सà¤à¥€ धारà¥à¤®à¤¿à¤• आयोजनों व यजà¥à¤žà¥‹à¤‚ पर जजिया कर लगाया जाता था यदि कोई हिनà¥à¤¦à¥‚ बिना कर दिया यजà¥à¤ž कर लेता था तो उसकी यजà¥à¤žà¤¶à¤¾à¤²à¤¾ को तोड़ दिया जाता था और यातनाà¤à¤‚ देकर हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज मे इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• शासन का à¤à¤¯ बैठाया जाता था। यदि दोबारा इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• शासन आया तो देश में कà¥à¤®à¥à¤ मेले लगाने à¤à¥€ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो जायेंगे। हम सà¤à¥€ ने यजà¥à¤ž के माधà¥à¤¯à¤® से मां बगलामà¥à¤–ी से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की है हम सà¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ओ को सदबà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करे। ताकि पà¥à¤°à¥‡ देश से हम इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• आतंकवाद को समापà¥à¤¤ कर सकें पूरà¥à¤£ आहà¥à¤¤à¤¿ के समय हिनà¥à¤¦à¥‚ सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¤• अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बाबा परमेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯, पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ सनोज शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी, यति सतà¥à¤¯à¤¦à¥‡à¤µà¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, यति रामसà¥à¤µà¤°à¥‚पानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, यति सेवानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ , रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ,डॉ गजेंदà¥à¤° तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, तरà¥à¤£ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, मà¥à¤•à¥‡à¤¶ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी,बॉबी तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ पवन कृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, बृजमोहन सिंह,बलदेव चनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, आशॠरसà¥à¤¤à¥‹à¤—ी,रेणॠतà¥à¤¯à¤¾à¤—ी,मधॠनौटियाल,हेमा रावत, सोनिया तथा अनà¥à¤¯ à¤à¤•à¥à¤¤à¤—ण उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।