माठआनंदमयी मेमोरियल सà¥à¤•à¥‚ल, रायवाला के जूनियर विंग में वारà¥à¤·à¤¿à¤• महोतà¥à¤¸à¤µ का आयोजन किया गया| इस अवसर पर छोटे – छोटे छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने अपनी विलकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का परिचय दिया| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ कला – विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ से हà¥à¤ˆ, जिसमे ननà¥à¤¹à¥‡ छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ को लोगों ने खूब सराहा|
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज à¤à¤¾à¤°à¤¤
आज दिनांक 8 फरवरी 2020 को, माठआनंदमयी मेमोरियल सà¥à¤•à¥‚ल, रायवाला के जूनियर विंग में वारà¥à¤·à¤¿à¤• महोतà¥à¤¸à¤µ का आयोजन किया गया| इस अवसर पर छोटे – छोटे छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने अपनी विलकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का परिचय दिया| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ कला – विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ से हà¥à¤ˆ, जिसमे ननà¥à¤¹à¥‡ छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ को लोगों ने खूब सराहा| मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दीया पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ करते ही, सà¥à¤µà¤¾à¤—त गान की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ की गई| सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को बेहद खूबसूरती के साथ पेश किया गया| ‘पà¥à¤²à¥‡ गà¥à¤°à¥à¤ª व नरà¥à¤¸à¤°à¥€ ककà¥à¤·à¤¾ के छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, ‘ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£â€™ (FIVE ELEMENTS OF EARTH) पर नृतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया| घर – घर में चूहों की समसà¥à¤¯à¤¾ पर ककà¥à¤·à¤¾ à¤à¤• के छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने (Pied – Piper) नामक नाटक की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ की, जिसकी सà¤à¥€ लोगों ने काफी पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की| ‘वातावरण बचाने की पहल’ पर à¤à¥€ नृतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया| दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ व तृतीय ककà¥à¤·à¤¾ के छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने à¤à¤• नà¥à¤•à¥à¤•à¥œ नाटक का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¥€à¤•à¤°à¤£ किया, जिसमे कि, शिकà¥à¤·à¤• व अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• के संबंधों का à¤à¤• चितà¥à¤° पेश किया गया| विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में ‘विकलà¥à¤ªâ€™ संसà¥à¤¥à¤¾ ने à¤à¥€ à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी, जिसमे की उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लोगों को मैथ – लैब से जà¥à¥œà¥€ आवशà¥à¤¯à¤• बातों की जानकारी दी| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि, शà¥à¤°à¥€ गिरीश कà¥à¤®à¤¾à¤° (डी• आई• जी• , सी•आर•पी• à¤à¤«â€¢) व कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¾ पातà¥à¤°à¥‹ जी ( निदेशक - राजाजी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पारà¥à¤•) ने ननà¥à¤¹à¥‡ – मà¥à¤¨à¥à¤¹à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ को खूब सराहा व उनको देश के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की धरोहर बताया व उनके साथ अपने छातà¥à¤° अनà¥à¤à¤µ साà¤à¤¾ किà¤à¥¤ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ- साथ, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ संजीदा होने के लिठकहा। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ की उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥‚री – à¤à¥‚री पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान, विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की वारà¥à¤·à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ – ‘आकार’ का मंचन कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि, विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ निदेशक, शà¥à¤°à¥€ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ पंजवानी जी व विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया| जूनियर विंग की वारà¥à¤·à¤¿à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की संयोजक शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अनà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¾ à¥à¥‹à¤‚डियाल ने पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की व विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की वारà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जन – मानस के सामने रखा| विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के निदेशक शà¥à¤°à¥€ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ पंजवानी जी ने आठगठसà¤à¥€ लोगों का अà¤à¤¿à¤µà¤¾à¤¦à¤¨ कर छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की मेहनत को खूब सराहा व कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गई पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करते हà¥à¤ छातà¥à¤° जीवन को, समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ जीवन की आधारशिला बताया व उनको कोई à¤à¥€ कारà¥à¤¯ दृढ – निशà¥à¤šà¤¯ के साथ करने की सलाह दी| विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ ओहरी जी ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समापन करते हà¥à¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के कारà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की| कà¥à¤› अनà¥à¤¯ गà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ नृतà¥à¤¯ व नाटक à¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का अहमॠà¤à¤¾à¤— रहे व छोटे – छोटे छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने लोगों का खूब मनोरंजन किया| XCEED शिकà¥à¤·à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से शिकà¥à¤·à¤¾ को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, इस पर à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ की गई| न सिरà¥à¤« नाटक, नृतà¥à¤¯, बलà¥à¤•à¤¿ योग को जीवन का अहमॠअंग बताते हà¥à¤, छातà¥à¤° – छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने योग कला कर सबको मंतà¥à¤°à¤®à¥à¤—à¥à¤§ कर दिया| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान, शà¥à¤°à¥€ महेश पंजवानी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ दिवà¥à¤¯à¤¾ पंजवानी इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ मौजूद रहे| कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समापन – राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान के साथ हà¥à¤†|