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मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बनाया अनूठा जीत का रिकॉर्ड


आम आदमी पार्टी ने लगातार दूसरे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अनूठा जीत का रिकॉर्ड बना दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुर्व व व दिवंगत मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी की शीला दीक्षित की तरह लगातार तीन बार दिल्ली विधान सभा मे एक ही सीट से आज जीत दर्ज कर उनका कीर्तिमान बराबर कर लिया है।

रिपोर्ट  - à¤†à¤² न्यूज़ भारत

आम आदमी पार्टी ने लगातार दूसरे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अनूठा जीत का रिकॉर्ड बना दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुर्व व व दिवंगत मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी की शीला दीक्षित की तरह लगातार तीन बार दिल्ली विधान सभा मे एक ही सीट से आज जीत दर्ज कर उनका कीर्तिमान बराबर कर लिया है। नई दिल्ली विधानसभा सीट दो दशक से भी अधिक समय से वीवीआइपी सीट है। इस सीट से जीतने वाले दो शख्स ,शीला दीक्षित तीन बार, तो अरविंद केजरीवाल भी तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं। हालांकि, वर्ष 2008 में परिसीमन होने के बाद नई दिल्ली सीट अस्तित्व में आई थी, जबकि इससे पहले यानी 60-70-80 के दशक में यह इलाका दिल्ली मेट्रो पॉलिटन काउंसिल हुआ करती थी। उस दौरान नई दिल्ली विधानसभा सीट के इलाके आज के गोल मार्केट और सरोजनीनगर सीट के इलाके में आते थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 में आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जीवन का पहला चुनाव लड़ा व इस सीट पर 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में अरविंद केजरीवाल ने अपनी नजदीकी प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी नूपुर शर्मा को भी काफी बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद यह सीट अरविंद केजरीवाल की ही घरेलू सीट मानी जाने लगी है।विगत हो की इस सीट पर ज्यादातर सरकारी कर्मचारी रहते हैं। नई दिल्ली की इस सीट के नतीजों पर देशभर की निगाहें लगी रही। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 में AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जीवन का पहला चुनाव लड़ते हुए इस सीट पर 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में अरविंद केजरीवाल ने अपनी नजदीकी प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी नूपुर शर्मा को भी काफी बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद यह सीट अरविंद केजरीवाल की सीट मानी जाने लगी है। इस सीट पर ज्यादातर सरकारी कर्मचारी रहते हैं। शीला दीक्षित ने इस सीट पर बनाया है 3 बार जीत का रिकॉर्ड पहले गोल मार्केट और फिर नई दिल्ली विधानसभा सीट, यह 1998 से लगातार कांग्रेस का गढ़ रही है। शीला दीक्षित ने नई दिल्ली सीट से तीन चुनाव जीतकर 15 सालों तक राज किया है और वह डेढ़ दशक तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। अपवाद रूप में केवल साल 1993 में भाजपा के उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने कांग्रेस के बृजमोहन शर्मा को हराया था, तब भाजपा ने दिल्ली की 70 में से 49 सीटें जीतकर मदन लाल खुराना के नेतृत्व में सरकार बनाई थी। दिल्‍ली राज्य में वर्ष 2013 के चुनाव में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से अरविंद केजरीवाल का निर्वाचन हुआ. उन्हें 44269 वोट मिले. उनकी पार्टी आप है. उन्होंने शीला दीक्षित को 25864 वोटों से हराया. निकटतम प्रतिद्वंद्वी की पार्टी कांग्रेस थी। दिल्‍ली राज्य में वर्ष 2015 के चुनाव में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से अरविंद केजरीवाल का निर्वाचन हुआ. उन्हें 57213 वोट मिले. उनकी पार्टी आप है. उन्होंने नुपुर शर्मा को 31583 वोटों से हराया. निकटतम प्रतिद्वंद्वी की पार्टी बीजेपी थी। दिल्‍ली राज्य में वर्ष 2008 के चुनाव में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से शीला दीक्षित का निर्वाचन हुआ. उन्हें 39778 वोट मिले. उनकी पार्टी कांग्रेस है. उन्होंने विजय जॉली को 13982 वोटों से हराया. निकटतम प्रतिद्वंद्वी की पार्टी बीजेपी थी। दिल्‍ली राज्य में वर्ष 2003 के चुनाव में गोल मार्केट विधानसभा क्षेत्र से शीला दीक्षित का निर्वाचन हुआ. उन्हें 25156 वोट मिले. उनकी पार्टी कांग्रेस है. उन्होंने पूनम आजाद को 12935 वोटों से हराया. निकटतम प्रतिद्वंद्वी की पार्टी बीजेपी थी। हरिद्वार में भी अरविंद केजरीवाल की छोटी बहन डॉ रंजना गुप्ता व जीजा डॉ अमित गुप्ता ने उनकी जीत पर खुशी व्यक्त की है।शिवालिक नगर स्तिथ अपने निवास पर उनके परिवार को बधाई देने वालों की लगातार दिन भर आना जाना लगा रहा।

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