सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ परिवार आशà¥à¤°à¤® हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के संचालक सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤‚द जी महाराज ने अपने गà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से जन सेवा कर रहे हैं उनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ केवल असहाय गरीबों कि सेवा करना à¤à¥‚खों को खाना बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को निशà¥à¤²à¥à¤• दूध वितरित करना मरीजों के लिठअतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• निशà¥à¤²à¥à¤• à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पहाड़ों के दà¥à¤°à¥à¤—म सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से मरीजों को सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ पर ले जाने के लिठà¤à¤¯à¤° à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स से लोगों की सेवा कर रहे हैं ।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज à¤à¤¾à¤°à¤¤
सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ परिवार आशà¥à¤°à¤® हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के संचालक सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤‚द जी महाराज ने अपने गà¥à¤°à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से जन सेवा कर रहे हैं उनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ केवल असहाय गरीबों कि सेवा करना à¤à¥‚खों को खाना बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को निशà¥à¤²à¥à¤• दूध वितरित करना मरीजों के लिठअतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• निशà¥à¤²à¥à¤• à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पहाड़ों के दà¥à¤°à¥à¤—म सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से मरीजों को सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ पर ले जाने के लिठà¤à¤¯à¤° à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स से लोगों की सेवा कर रहे हैं । वारà¥à¤¤à¤¾ करने पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤‚द जी ने बताया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के बिहार,उड़ीसा, वेसà¥à¤Ÿ बंगाल, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में रह रहे गरीब लोगों के लिठअनà¥à¤¨ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤® से गरीबों को à¤à¥‹à¤œà¤¨ उपलबà¥à¤§ कराना व उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वसà¥à¤¤à¥à¤° वितरित किये जाते हैं जो विधवा महिला हैं जिनका कोई कमाने वाला नहीं है उनके लिठपूरा राशन व वसà¥à¤¤à¥à¤° वितरित कराते हैं हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° à¤à¥‚पतवाला में संतों व गरीब लोगों के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिठ350 लीटर दूध निशà¥à¤²à¥à¤• वितरण करते हैं उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के दà¥à¤°à¥à¤—म कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स व à¤à¤¯à¤° à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स के माधà¥à¤¯à¤® से मरीजों को सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ में पहà¥à¤‚चा कर जन सेवा करते हैं सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने बताया सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ परिवार आशà¥à¤°à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤‚बà¥à¤²à¥‡à¤‚स सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठडोनेट की गई हैं जिससे मरीजों की सेवा हो सके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपचार के लिठहायर सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेंटरों तक पहà¥à¤‚चाया जा सके उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि यह सेवा कारà¥à¤¯ वह अपने गà¥à¤°à¥ जी की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से कर रहे हैं गà¥à¤°à¥ जी ने कहा है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। जो लोग जरूरतमंदों की सेवा सहायता करते हैं। वे सचà¥à¤šà¥‡ समाजसेवी हैं अपने लिठतो सà¤à¥€ जीते हैं, जो दूसरों की मदद के लिठआगे आते हैं वे सचà¥à¤šà¥‡ मानव होते हंै। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा गà¥à¤°à¥ जी के बताठहà¥à¤ सेवा कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को हम निरंतर कर रहे हैं । अगर à¤à¤—वान की कृपा दृषà¥à¤Ÿà¤¿ अपने ऊपर चाहते है तो हमें गरीबों की सेवा कर सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ की राह पर चलना चाहिà¤à¥¤