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धूमधाम से मनाया ईद-उल-अजहा का त्यौहार


ईद-उल-अजहा का त्योहार धर्मनगरी में धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही मस्जिदों और ईदगाहों में बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गये और नमाज अदा की गयी। बकरीद की नमाज मुख्य रूप से ईदगाह में अदा की गयी। ईदगाह के अलावा ज्वालापुर की जुमा मस्जिद, मण्डी, अक्सा, मदीना, कुबा मस्जिद के अलावा भेल सेक्टर वन में स्थित मस्जिद में भी नमाज अदा की गयी। मस्जिद में बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज पढ़ी और एक-दूसरे को ईद मुबारक दी। बच्चों में बकरीद को लेकर खासा उत्साह रहा। मुस्लिम समुदाय के सबसे पवित्र त्यौहारों में शामिल बकरीद का इस्लाम में बहुत महत्व है। नमाज के बाद कुर्बानी की रस्म अदा की गयी। ज्वालापुर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बकरीद की खूब रौनक रही। बाजारों में भी खास चहल पहल रही। खासतौर पर सजे बाजारों में बच्चों ने झूलों आदि का खूब आनन्द लिया।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार, 12 अगस्त। ईद-उल-अजहा का त्योहार धर्मनगरी में धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही मस्जिदों और ईदगाहों में बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गये और नमाज अदा की गयी। बकरीद की नमाज मुख्य रूप से ईदगाह में अदा की गयी। ईदगाह के अलावा ज्वालापुर की जुमा मस्जिद, मण्डी, अक्सा, मदीना, कुबा मस्जिद के अलावा भेल सेक्टर वन में स्थित मस्जिद में भी नमाज अदा की गयी। मस्जिद में बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज पढ़ी और एक-दूसरे को ईद मुबारक दी। बच्चों में बकरीद को लेकर खासा उत्साह रहा। मुस्लिम समुदाय के सबसे पवित्र त्यौहारों में शामिल बकरीद का इस्लाम में बहुत महत्व है। नमाज के बाद कुर्बानी की रस्म अदा की गयी। ज्वालापुर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बकरीद की खूब रौनक रही। बाजारों में भी खास चहल पहल रही। खासतौर पर सजे बाजारों में बच्चों ने झूलों आदि का खूब आनन्द लिया। ईदगाह में नमाज अदा कराने के पश्चात मौलाना वाहिद ने नमाजियों को ताकीद करते हुए कहा कि बकरीद कुर्बानी और इबादत का त्यौहार है। यह दिन गरीब, बेसहारा, जरूरतमंदों की मदद करने का दिन है। गरीब, बेसहारा लोगों के साथ ईद की खुशीयां मनाएं। खुदा ताला अपने बंदे का इम्तेहान समय समय पर लेता है। खुदा की इबादत करने वाले हर व्यक्ति की मुराद पूरी होती है। ईद भाइचारे, त्याग, समर्पण और इंसानियत का पैगाम और सबको मिलजुलकर रहने और भलाई करने की सीख देती हैं। अली मस्जिद के मु्फ्ती शाहनवाज ने कहा कि गरीब, असहाय, निर्धन समाज का अंग हैं। त्यौहार मनाते समय उनका भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से गयी इबादत व दुआओं को खुदा तआला अवश्य पूरी करता है। उन्होंने कहा कि नेक नीयत से किए गए काम अवश्य ही सफल होते हैं। मण्डी मस्जिद के हाफिज कुतबुदीन ने कहा कि रोजा नमाज के साथ हमें अपने दिल में नरमी रखनी चाहिए। इंसानियत का पैगाम देते हुए त्यौहारों को आपसी भाईचारे व सौहार्द के साथ मनाएं। ईद-उल-जुहा पर सभी को मिलजुल कर ईद की मुबारकबाद देनी चाहिए। ईदगाह में नमाजियों को ईद की बधाई देते हुए हाजी नईम कुरैशी, छम्मा ठेकेदार, मकबूल कुरैशी ने कहा कि ईद भाईचारा व एकता का पर्व है। सादगी के साथ इस पर्व को मनाना चाहिए। ईदगाह कमेटी के सदर इरफान अंसारी ने कहा कि ईदगाह में ज्वालापुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों से भी नमाजी नमाज पढ़ने के लिए पहुंचते हैं। मस्जिद फातमा में मौलाना इकबाल ने नमाजियों को नमाज अदा करायी और कहा कि खुदा तलाआ अपने बंदे को नमाज पढ़ने का शवाब अता करते हैं। छम्मन पीरजी, अरशद राणा, फकीरा खान, हाजी रियाज, हाजी शेरू, हाजी शहाबुद्दीन, अकबर खान, हाजी जमशेद खान, कांग्रेस के युवा नेता इम्मी इलमास, फुरकान अंसारी, जुबेर, बबलू खान, पिंकू खान, तहसीन अंसारी, मेहरबान खान, इसरार कुरैशी, सुल्तान खान, अब्दुल रहमान, सोनम, अंसार खान, आमिर खान आदि ने भी बकरीद की मुबारकबाद दी। ईद की नमाज संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की और खास सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। एसएसपी सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने नमाज अता करने आए नमाजियों को ईद की मुबारकबाद दी।

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