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ऋषकेश एम्स के द्वितीय दीक्षांत समारोह का गृहमंत्री अमित शाह ने दीप प्रज्वलित किया


अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में शनिवार को संस्थान का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह ने आई. टी. बी. पी. के पाइप बैंड की पारंपरिक धुनों व संस्थान के संकाय सदस्यों की शैक्षिक शोभायात्रा के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर दीक्षांत समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया।

रिपोर्ट  - à¤¸à¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° विरमानी

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में शनिवार को संस्थान का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह ने आई.टी.बी.पी. के पाइप बैंड की पारंपरिक धुनों व संस्थान के संकाय सदस्यों की शैक्षिक शोभायात्रा के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर दीक्षांत समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया। समारोह में संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने स्वागत भाषण में मुख्य अतिथि गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, विशिष्ठ अतिथि मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक जी, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन जी व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी का स्वागत किया गया। साथ ही उन्होंने मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का संस्थान की ओर से स्मृति चिह्न भेंट कर अभिवादन किया। समारोह के मुख्य अतिथि गृह मंत्री माननीय श्री अमित शाह जी द्वारा युवा चिकित्सकों व नर्सिंग स्नातकों को संबोधित करते हुए बधाई दी गई और कहा गया कि सभी नव चिकित्सक एवं नर्सिंग जो आज स्नातक, स्नातकोत्तर विषयों में डिग्री प्राप्त कर रहे हैं, आप सभी जीवन के एक नए चरण में प्रवेश करने की दिशा में हैं, जहां उन्हें अपने चुने हुए वृहद एवं परोपकारपूर्ण व्यवसाय की जिम्मेदारी लेनी होगी। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री ने एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी के द्वारा संस्थान की प्रगति के लिए किए गए विशेष कार्यों और स्वास्थ्य सेवाओं की प्रशंसा की। गृहमंत्री ने संस्थान की प्रगति के प्रस्तुतिकरण एवं संस्थान में विभिन्न विभागों के संचालन को काविलेतारीफ बताया। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश जैसे स्थान पर एम्स संस्थान की उपलब्धियां प्रशंसनीय हैं, जिसका श्रेय निदेशक प्रो. रवि कांत जी को जाता है। मुख्य अतिथि ने कहा कि आप नए चिकित्सों को नए स्वरूप में परिवर्तन हेतू जो एम्स संस्थान द्वारा आपको निखारा गया गया है, आपको सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा जो शिक्षा दी गई है, जिसके लिए आज भारत के स्वास्थ्य के क्षेत्र में समाज को आपसे बहुत बड़ी अपेक्षाएं हैं, उन्होंने इस सफलता के लिए युवा चिकित्सकों को बधाई दी। गृह मंत्री द्वारा एम्स संस्थान की तारीफ करते हुए कहा गया कि चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान एवं स्वास्थ्य सेवाओं में, ‘‘एम्स‘‘ गुणवत्ता, प्रतिबद्धता और समृद्ध अनुभव के लिए एक संकेत बन गया है और मुझे बहुत खुशी है कि मुझे ऐसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश के दीक्षांत समारोह में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत संचालित इस संस्थान का उद्देश्य न केवल स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव वाले तथा अल्प आय वाले राज्यों में आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाना है बल्कि और देश में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा एवं शोध कार्य को आगे बढ़ाना भी है। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश की स्थिति अन्य नए स्थापित एम्स संस्थानों से अलग एवं चुनौती पूर्ण है, क्योंकि उत्तराखंड में कठिन पहाड़ी इलाकों और भौगोलिक बाधाओं के कारण राज्य का अधिकतम क्षेत्र, वर्षों से स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहा है।। एम्स, ऋषिकेश ने बहुत कम समय में उत्तराखंड की जनता को बहुत वृहद स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की हैं, उन्होंने इसके लिए खासतौर से संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी को बधाई दी। गृहमंत्री ने कहा कि भारत सरकार देश के हर राज्य में जनस्वास्थ्य के मद्देनजर एम्स संस्थान की स्थापना के लिए प्रयासरत है। इस अवसर पर दीक्षांत समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने समारोह के मुख्य अतिथि गृह मंत्री श्री अमित शाह जी का देवभूमि स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के दीक्षांत समारोह में शिरकत करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत जी ने युवा चिकित्सकों एवं नर्सिंग ऑफिसरों को उनकी इस सफलता के लिए बधाई दी, उन्होंने कहा कि आप सभी लोग जीवन के एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जहां आपको आपके चुने हुए परिवेश में समाज की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत जी ने कहा कि समस्त युवा चिकित्सकों ने तीर्थनगरी में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में रहकर व उच्चकोटि के शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त कर चिकित्सा एवं नर्सिग की जो परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है, इसके बाद सभी लोग दीन दुखियों की सेवा के लिए सक्षम हो गए हैं।

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