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बाढ़ पीडितों की सेवा में जुटा शांतिकुंज परिवार


शांतिकुंज आपदा प्रबंधन की राहत टीम बिहार, उत्तराखंड, केरल व महाराष्ट्र के बाढ़ पीडितों की सेवा में जुटी है। बिहार में शांतिकुंज आपदा प्रबंधन के समन्वयक राकेश जायसवाल, उत्तराखण्ड में दिनेश मैखुरी, अनिल जी, महाराष्ट्र में कैलाश महाजन तथा केरल में महेश राजपुरोहित, रमेश नायर के नेतृत्व में गायत्री के स्वयंसेवक एवं चिकित्सा टीम राहत कार्य में जुटी हैं।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार 13 अगस्त। शांतिकुंज आपदा प्रबंधन की राहत टीम बिहार, उत्तराखंड, केरल व महाराष्ट्र के बाढ़ पीडितों की सेवा में जुटी है। बिहार में शांतिकुंज आपदा प्रबंधन के समन्वयक राकेश जायसवाल, उत्तराखण्ड में दिनेश मैखुरी, अनिल जी, महाराष्ट्र में कैलाश महाजन तथा केरल में महेश राजपुरोहित, रमेश नायर के नेतृत्व में गायत्री के स्वयंसेवक एवं चिकित्सा टीम राहत कार्य में जुटी हैं। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने बताया कि विगत तीन सप्ताह से बिहार के दरभंगा, मधुवनी जिला सहित सीतामढ़ी के अधरी व पुरौना में बाढ़ पीडितों के लिए भोजनालय चलाया जा रहा है। इसमें बिहार तथा ओडिशा के कई जिलों के कार्यकर्त्ता सेवा कार्य में जुटे हैं। इसके साथ ही एक चिकित्सा टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा प्रदान कर रही है। इसी तरह उत्तराखण्ड़ के रुद्रप्रयाग व चमोली में, महाराष्ट्र के कोल्हापुर व सांगली में तथा केरल के वायनाड आदि जिलों में गायत्री परिवार के कार्यकर्ता भाई-बहिन बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन, कपड़े आदि पहुंचाने के कार्य में लगे हैं। इन राज्यों में स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी भी गायत्री परिवार द्वारा चलाये जा रहे राहत सेवा कार्यों में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निकटवर्ती जिलों के गायत्री परिवार के कार्यकर्त्ताओं को भी यथासंभव सहयोग करने के लिए कहा गया है। शांतिकुंज की इकाई के रूप में कार्य कर रहे हमारे प्रज्ञा संस्थान, जोन व उपजोन के वरिष्ठ परिजन सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। बिहार के सीतामढ़ी, मधुवनी सहित कई जिलों के बाढ़ पीडितों को चावल, आटा व अन्य खाद्य सामग्री के साथ कपड़े, तिरपाल आदि वितरित किये गये और यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। गायत्री परिवार की पहली प्राथमिकता है कि पीड़ितों को रोटी और कपड़ा जैसे मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करना है। हमारे एक हजार से अधिक स्वयं सेवक बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटे हंै। आवश्यकतानुसार इन क्षेत्रों में और स्वयंसेवक भेजे जायेंगे, जिससे बाढ़ पीड़ितों तक आसानी से भोजन आदि राहत सामग्री पहुंचाया जा सके। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ पण्ड्या ने कहा कि शांतिकुंज परिवार बाढ़ पीडितों के दुःख की इस घड़ी में उनके साथ खड़ा है।

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