आधासीसी या माइग्रेन दर्द अति कष्टकारी होता है | इसमें सिर के आधे भाग में दर्द होता है | माइग्रेन में रोगी की आँखों के सामने अँधेरा सा छा जाता है सुबह उठते ही चक्कर आने लगते हैं | जी मिचलाना, उल्टी होना, अरुचि पैदा होना आदि आधासीसी रोग के लक्षण हैं |
रिपोर्ट - वैध दीपक कुमार
आधासीसी या माइग्रेन दर्द अति कष्टकारी होता है | इसमें सिर के आधे भाग में दर्द होता है | माइग्रेन में रोगी की आँखों के सामने अँधेरा सा छा जाता है सुबह उठते ही चक्कर आने लगते हैं | जी मिचलाना, उल्टी होना, अरुचि पैदा होना आदि आधासीसी रोग के लक्षण हैं | मानसिक व शारीरिक थकावट, चिंता करना, अधिक गुस्सा करना, आँखों का अधिक थक जाना, अत्यधिक भावुक होना तथा भोजन का ठीक तरह से न पचना आदि माइग्रेन रोग के कुछ कारण हैं| आज हम आपको माइग्रेन के लिए कुछ आयुर्वेदिक औषधियों केविषय में बताएंगे - 1. एक चौथाई चम्मच तुलसी के पत्तों के चूर्ण को सुबह - शाम शहद के साथ चाटने से आधासीसी के दर्द में आराम मिलता है | 2. दस ग्राम सौंठ के चूर्ण को लगभग 60 ग्राम गुड़ में मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें | इन्हे सुबह शाम खाने से आधासीसी का दर्द दूर हो जाता है 3. सिर के जिस हिस्से में दर्द हो उस नथुने में 4-5 बूँद सरसों का तेल डालने से आधे सिर का दर्द ठीक हो जाता है | 4. सुबह खाली पेट आधा सेब प्रतिदिन सेवन करने से माइग्रेन में बहुत लाभ होता है | 5. सौंफ, धनिया और मिश्री सबको 5-5 ग्राम की मात्रा में लेकर पीस लें | इसे दिन में तीन बार लगभग 3-3 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ लेने से आधासीसी का दर्द दूर हो जाता है | 6. नियमित रूप से सातों प्राणायाम का अभ्यास करें , लाभ होगा| माइग्रेन से पीड़ित रोगी को स्टार्च, प्रोटीनऔर अधिक चिकनाई युक्त भोजन नहीं करना चाहिए | फल,सब्जियां और अंकुरित दालों का सेवन लाभकारी होता है |