वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार एवं ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-हो स्टे अनुदान योजनाओं के तहत सोमवार को जनपद चमोली में 13 लाभार्थियों का स्वरोजगार हेतु चयन हुआ। समिति द्वारा चयनित लाभार्थियों को 03 करोड़, 05 लाख, 87 हजार ऋण आवंटन की स्वीकृति प्रदान की गई।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
चमोली 06 मार्च,2023, वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार एवं ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-हो स्टे अनुदान योजनाओं के तहत सोमवार को जनपद चमोली में 13 लाभार्थियों का स्वरोजगार हेतु चयन हुआ। समिति द्वारा चयनित लाभार्थियों को 03 करोड़, 05 लाख, 87 हजार ऋण आवंटन की स्वीकृति प्रदान की गई। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत वाहन मद में 06 तथा गैर वाहन मद में 04 और ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-हो स्टे अनुदान के तहत 03 लाभार्थियों का साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया। वाहन मद में 09 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमें से 06 स्वीकृत, एक आवेदन निरस्त तथा दो आवेदक साक्षात्कार में शामिल नही हुए। जबकि गैरवाहन मद में होटल, मोटल, फास्टफूड सेन्टर, वर्कशॉप आदि के संचालन हेतु चारों आवेदन स्वीकृत किए गए। वही ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-हो स्टे अनुदान योजना के तहत भी सभी आवेदन स्वीकृत किए गए। चयनित लाभार्थियों को एक सप्ताह के भीतर जरूरी दस्तावेज बैंक में जमा करते हुए शीघ्र स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। जिला पर्यटन विकास अधिकारी एसएस राणा ने बताया कि वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत गैर वाहन मद में होटल/मोटल, फास्टफूड सेन्टर, वर्कशॉप आदि हेतु 33 प्रतिशत अनुदान पर 40 लाख की सीमा तक तथा वाहन मद में व्यावसायिक वाहन खरीद के लिए 25 प्रतिशत अनुदान पर ऋण स्वीकृत किया जाता है। शासन द्वारा ट्रैकिंग ट्रक्शन सेंटर-होम स्टे नाम से नई अनुदान योजना संचालित की गई है। इस योजना के तहत जनपद के जोशीमठ ब्लाक में तपोवन-भविष्य बद्री ट्रैकिंग टंक्शन में तपोवन, सुभाई, रिंगी व सलधार गांव चयनित है। जबकि देवाल में लोहाजंग टैªकिंग ट्रक्शन के तहत लोहाजंग, मुन्दोली, वांक, कुलिंग, वाण, दिदीनी, वलाण, हिमनी तथा घेस चयनित है। बताया कि इस योजना के तहत चयनित गांवों में होमस्टे के नव निर्माण हेतु 60 हजार प्रतिकक्ष की दर से अधिकतम 6 कक्षों के लिए अनुदान दिए जाने का प्राविधान है। यदि कोई होमस्टे की मरम्मत करना चाहता है तो उसको 25 हजार प्रतिकक्ष की दर से अनुदान दिए जाने का प्राविधान है।