जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में व्यापक एवं जनहित के कार्य, मुख्यमंत्री की घोषणाओं एवं जिला योजना के अन्तर्गत कराये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें रानीपुर विधायक आदेश चौहान, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, ज्वालापुर विधायक श्री रवि बहादुर, झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती ने भी प्रतिभाग किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिद्वार: जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में व्यापक एवं जनहित के कार्य, मुख्यमंत्री की घोषणाओं एवं जिला योजना के अन्तर्गत कराये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें रानीपुर विधायक आदेश चौहान, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, ज्वालापुर विधायक श्री रवि बहादुर, झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती ने भी प्रतिभाग किया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने व्यापक एवं जनहित के कार्य, मुख्यमंत्री की घोषणाओं एवं जिला योजना के अन्तर्गत कराये जा रहे विकास कार्यों आदि के उद्देश्य के सम्बन्ध में विस्तृत प्रकाश डाला। बैठक में भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने उनके क्षेत्र मंे व्यापक जनहित के कराये जा रहे कार्यों-भगवानपुर से रूहालकी, बालेकी होते हुये इकबालपुर तक मार्ग का चौड़ीकरण व निर्माण के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि इसका मौका मुआयना कर लिया गया है तथा डीपीआर तैयार की जा रही है, जिसमें 10 करोड़ की लागत आने की संभावना है। इस पर जिलाधिकारी ने 20 मार्च तक डी0पी0आर तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। भगवानपुर के गांव बहवलपुर में कन्या विद्यालय के उच्चीकरण तथा गांव हालूमाजरा में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने के सम्बन्ध में मा0 विधायक द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। भगवानपुर क्षेत्र में हैण्डपम्प स्थापित किये जाने के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अधिकारियों ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगाये गये हैण्डपम्पों के सम्बन्ध में जानकारी दी, जिस पर विधायक ने कहा कि ये पर्याप्त नहीं हैं, इस पर जिलाधिकारी ने जिला योजना के अन्तर्गत 10-10 और हैण्डपम्प प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में और स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये, जिनकी कुल संख्या 15 हो जायेगी। इसके अतिरिक्त भगवानपुर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण, तहसील भवन का निर्माण, भगवानपुर में बस स्टैण्ड को संचालित करना, पानी निकासी की समस्या आदि पर विस्तृत चर्चा हुई।