परमार्थ निकेतन में भारतीय राजनीतिज्ञ, जागरूक और जिंदादिल सांसद सदस्य लोकसभा निशिकांत दुबे उनकी धर्मपत्नी अनामिका गौतम, सांसद सुप्रिया सुले उनके पति सदानन्द सुले, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के सुपुत्र नीरज शेखर, देवघर के विधायक विवेक गुप्ता और अद्भुत समाजसेवी रूचिका गुप्ता आये परमार्थ निकेतन।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
26 मार्च, ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में भारतीय राजनीतिज्ञ, जागरूक और जिंदादिल सांसद सदस्य लोकसभा निशिकांत दुबे उनकी धर्मपत्नी अनामिका गौतम, सांसद सुप्रिया सुले उनके पति सदानन्द सुले, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के सुपुत्र नीरज शेखर, देवघर के विधायक विवेक गुप्ता और अद्भुत समाजसेवी रूचिका गुप्ता आये परमार्थ निकेतन। परमार्थ निकेतन आये सभी राजनीतिज्ञों ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती से भेंट की। स्वामी जी ने माननीय सांसदों से विभिन्न समसामयिक विषयों, महिला सशक्तिकरण, उत्तराखंड के किसानों की बेहतरी हेतु क्या-क्या कार्य किये जा सकते हैं, जल संरक्षण और संवर्द्धन, क्लाइमेंट चेंज, ग्लोबल वार्मिग, पर्यावरण संरक्षण और युवाओं को शिक्षा के साथ कौशल से जोड़ने हेतु विस्तृत चर्चा की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि भारत का सौभाग्य है कि इस समय भारत के पास यशस्वी ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में तथा प्रदेश में कर्मठ हर दिन हर दिल का ध्यान रखने वाले मुख्यमंत्री उत्तराखंड युवा नेता पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में एक कर्मठ, जमीनी स्तर पर परिवर्तन करने वाली संस्कारी सरकार है। वैश्विक शान्ति की पुनस्र्थापना के लिये युवा पीढ़ियों को मानवीय मूल्यों से पोषित करना होगा। सभी को मिलकर समाज में प्रेम, सहिष्णुता, मानवता, भाईचारा जैसे उच्च आदर्शों का विस्तार करना होगा। वर्तमान समय में सबसे बड़ी जरूरत है युवाओं को बाज़ारवाद से संस्कार वाद की ओर मोड़ना। शिक्षा के साथ कौशल प्रदान कर युवाओं का सर्वांगीण और सर्वोत्कृष्ट विकास किया जा सकता है। सीखने और सिखाने की प्रक्रिया को सर्वसुलभ बनाकर आन्तरिक शक्तियों का विकास कर व्यवहार को परिष्कृत किया जा सकता है। शिक्षा के माध्यम से युवाओं के ज्ञान और कौशल में वृद्धि कर योग्य नागरिक बनाया जा सकता है।