हरिद्वार की संतनगरी कनखल स्थित श्री योगाभ्यास आश्रम सन्यास मार्ग में प्रेरणास्रोत महाप्रभु रामलाल, योगेश्वर स्वामी मुल्कराज, सदगुरुदेव स्वामी देवी दयाल जी महाराज की अपार अनुकंपा वह सद्गुरु के आशीर्वाद से रामनवमी अवसर पर योगेश्वर प्रभु श्री 1108 रामलाल का शुभ जयंती महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर देश के कोने-कोने से प्रमुख योगाचार्य व साधक तथा श्रद्धालुगण भारी संख्या में पहुंचकर गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
रिपोर्ट - विकास शर्मा
हरिद्वार 27 मार्च हरिद्वार की संतनगरी कनखल स्थित श्री योगाभ्यास आश्रम सन्यास मार्ग में प्रेरणास्रोत महाप्रभु रामलाल, योगेश्वर स्वामी मुल्कराज, सदगुरुदेव स्वामी देवी दयाल जी महाराज की अपार अनुकंपा वह सद्गुरु के आशीर्वाद से रामनवमी अवसर पर योगेश्वर प्रभु श्री 1108 रामलाल का शुभ जयंती महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर देश के कोने-कोने से प्रमुख योगाचार्य व साधक तथा श्रद्धालुगण भारी संख्या में पहुंचकर गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। कनखल स्थित योगाभ्यास आश्रम की प्रमुख योगाचार्या डॉ दमयंती ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर कनखल में भक्तों व साधकों की सुविधा हेतु 26 स्क्वायर फीट हाल का निर्माण किया गया है। आश्रम के भूतल तथा प्रथम तल पर हाल का निर्माण होने से योग साधकों और आश्रम में आने वाले भक्तों को आश्रम में होने वाले आयोजनों में तथा भंडारे में काफी सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। जन्मों महोत्सव अवसर पर 24 तारीख मार्च से आगामी 24 अप्रैल तक विशेष चिकित्सा योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है।योग शिविर में साधक अनुभवी योगचार्यो द्वारा प्राणायाम तथा योग विषय पर विस्तृत जानकारी और यौगिक क्रियाओं द्वारा अपने मन और तन तथा योग द्वारा बीमारियों के निदान हेतु साधक संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। योगाभ्यास आश्रम के प्रमुख ट्रस्टीगणों ने जानकारी देते हुए बताया कि योग शिविर के माध्यम से सैकड़ों की संख्या में भक्तगण व साधक आश्रम के कार्यक्रम में भाग लेकर लाभान्वित हो सकेंगे। योग शिविर में मनुष्य अपने तन और मन को किस प्रकार स्वस्थ रख सकता है, ध्यान योग तथा आध्यात्मिक योग द्वारा प्रभु चिंतन कर जीवन को आत्मसात कर सकता है, योगिक क्रियाओं द्वारा आम प्रचलन में चल रही बीमारियां शुगर, ब्लड प्रेशर, साइटिका, माइग्रेन, नेत्र विकार व पेट संबंधी रोगों की रोकथाम की जा सकती है। जलनैती तथा वमन क्रियाओं द्वारा सिरदर्द व जुकाम संबंधी और पेट रोगों का उपचार संभव है। प्राणायाम,ध्यान योग व आध्यात्मिक योग द्वारा मानसिक बीमारियों से होने वाले दुष्प्रभाव से निजात पा सकता है। योगेश्वर प्रभु श्री रामलाल के जन्मोत्सव पर 30 मार्च को प्रभु जी की शोभा यात्रा आश्रम से हर की पौड़ी तक बैंड बाजों के साथ बड़ी धूमधाम से निकाली जाएगी। आश्रम में प्रभु प्रार्थना, गुरु स्तुति, महाप्रभु जी की आरती प्रभु तिलक व प्रवचन के साथ दिव्य रामायण पाठ, भजन, कीर्तन, सत्संग उपरांत गुरु प्रसाद स्वरूप भंडारे का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आश्रम के ट्रस्टी गण व योग साधकों पता श्रद्धालु गणों का विशेष सहयोग रहेगा।