पांडà¥à¤•à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤°/ शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम: 14 मई।आदि गà¥à¤°à¥‚ शंकराचारà¥à¤¯ जी की पवितà¥à¤° गदà¥à¤¦à¥€ सहित रावल जी, शà¥à¤°à¥€ उदà¥à¤§à¤µ जी, शà¥à¤°à¥€ कà¥à¤¬à¥‡à¤° जी à¤à¤µà¤‚ गाडूघड़ा( तेलकलश ) योग धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ बदरी मंदिर पांडà¥à¤•à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° से आज दिन में शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम पहà¥à¤‚चे। रासà¥à¤¤à¥‡ में इस बार लाम बगड़ à¤à¤µà¤‚ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चटà¥à¤Ÿà¥€ में देव डोलियों ने विशà¥à¤°à¤¾à¤® नहीं किया नहीं इन सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर à¤à¤‚डारे आयोजित हà¥à¤à¥¤
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
पांडà¥à¤•à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤°/ शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम: 14 मई।आदि गà¥à¤°à¥‚ शंकराचारà¥à¤¯ जी की पवितà¥à¤° गदà¥à¤¦à¥€ सहित रावल जी, शà¥à¤°à¥€ उदà¥à¤§à¤µ जी, शà¥à¤°à¥€ कà¥à¤¬à¥‡à¤° जी à¤à¤µà¤‚ गाडूघड़ा( तेलकलश ) योग धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ बदरी मंदिर पांडà¥à¤•à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° से आज दिन में शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम पहà¥à¤‚चे। रासà¥à¤¤à¥‡ में इस बार लाम बगड़ à¤à¤µà¤‚ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चटà¥à¤Ÿà¥€ में देव डोलियों ने विशà¥à¤°à¤¾à¤® नहीं किया नहीं इन सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर à¤à¤‚डारे आयोजित हà¥à¤à¥¤ बदरीनाथ पहà¥à¤‚च कर à¤à¤—वान बदरीविशाल के जनà¥à¤® सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ लीला ढूंगी में रावल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पूजा-अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की गयी। इस बार शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ पà¥à¤·à¥à¤ª सेवा समिति ऋषिकेश दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया गया है। पांडà¥à¤•à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ योग धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ बदरी मंदिर पांडà¥à¤•à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° में पà¥à¤°à¤¾à¤¤: काल पूजा-अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ सà¤à¥€ देवडोलियों ने रावल ईशà¥à¤µà¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ नंबूदरी à¤à¤µà¤‚ डिमरी पंचायत पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿, सीमित संखà¥à¤¯à¤¾ में हकूकधारियों के साथ शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम की ओर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ किया। इस दौरान सोशियल डिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤¸à¤¿à¤‚ग का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा गया।मासà¥à¤• पहने गये। कम संखà¥à¤¯à¤¾ में बदरीनाथ धाम जाने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दिये जाने के कारण देवसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤® बोरà¥à¤¡ तथा सीमित संखà¥à¤¯à¤¾ में हकूकधारी बदरीनाथ धाम पहà¥à¤‚चे। कपाट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ कम से कम लोगों को शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम जाने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी गयी है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड चारधाम देवसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤® बोरà¥à¤¡ के मीडिया पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ डा.हरीश गौड़ ने बताया कि कल 15 मई पà¥à¤°à¤¾à¤¤: 4 बजकर 30 मिनट पर कृषà¥à¤£ अषà¥à¤Ÿà¤®à¥€ तिथि धनिषà¥à¤ ा नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° में शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम के कपाट खà¥à¤²à¥‡à¤‚गे। कल पà¥à¤°à¤¾à¤¤: 3 बजे से कपाट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ हो जायेगी। कà¥à¤¬à¥‡à¤° जी, शà¥à¤°à¥€ उदà¥à¤§à¤µ जी à¤à¤µà¤‚ गाडू घड़ा दकà¥à¤·à¤¿à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤° से मंदिर परिसर में रखा जायेगा। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ रावल, धरà¥à¤®à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€, हक हकूकधारियों की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कपाट खोलने हेतॠपà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ होगी ठीक साढ़े चार बजे शà¥à¤°à¥€ बदरीनाथ धाम के कपाट खà¥à¤² जायेंगे तथा लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ माता को परिसर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मंदिर में विराजमान कर दिया जायेगा। इस दौरान बहà¥à¤¤ कम लोग मौजूद रहेंगे। ताकि लाक डाउन के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° शोसियल डिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚सिंग सहित सरकारी à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‡à¤œà¤°à¥€ का पालन हो सके। यहां यह à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के चार धामों के कपाट खà¥à¤²à¥‡ है जबकि कोरोना महामारी संकट टलने के बाद शीघà¥à¤° चारधाम यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ होने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है।