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न्याय के देवता हैं भगवान शनिदेव- श्रीमहंत रविन्द्रपुरी


श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव व मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान शनिदेव न्याय के देवता हैं। जो व्यक्ति को उसके कर्मानुसार फल प्रदान करते हैं। शनिदेव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मंगल कामनाएं पूर्ण करते हैं। शनि जयंती के अवसर आयोजित विशेष पूजा के दौरान उन्होंने कहा कि सूर्य पुत्र शनिदेव कर्म और न्याय के देवता हैं।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 22 मई। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव व मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान शनिदेव न्याय के देवता हैं। जो व्यक्ति को उसके कर्मानुसार फल प्रदान करते हैं। शनिदेव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मंगल कामनाएं पूर्ण करते हैं। शनि जयंती के अवसर आयोजित विशेष पूजा के दौरान उन्होंने कहा कि सूर्य पुत्र शनिदेव कर्म और न्याय के देवता हैं। शनिदेव के साथ भगवान श्रीराम के भक्त हनुमान जी की आराधना करने से साधक के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा जैसे शनि से जुड़े दोषों से निजात पाने के लिए शनि अमावस्या पर शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों को हमेशा कष्ट, निर्धनता, बीमारी व अन्य तरह की परेशानियां रहती हैं। उन्हें भगवान शनिदेव की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। भगवान शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन शनि देव को प्रिय काली चीजें जैसे काली उड़द, काले कपड़े आदि दान करें। पीपल के वृक्ष के नीचे स्थित शनिदेव की मूर्ति पर तेल चढ़ाएं। गरीबों को तेल दान करें। उस शनिवार के दिन काला तिल और गुड़ चीटियों को खिलाने से भी शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि शनिदेव को भगवान सूर्य और उनकी पत्नी छाया की संतान माना जाता है। वैसे तो 9 ग्रहों के परिवार में इन्हें सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। लेकिन असल में शनि न्याय और कर्मों के देवता हैं। किसी का बुरा नहीं सोचने वाले, किसी के साथ धोखाधड़ी नहीं करने वाले, किसी पर कोई जुल्म या अत्याचार नहीं करने वाले यानी किसी भी बुरे कर्म में लिप्त नहीं रहने वाले व्यक्ति पर शनिदेव की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है। शनिदेव भले मनुष्यों का कभी बुरा नहीं करते। इस अवसर पर महंत लखन गिरी, महंत डोगर गिरी, महंत ओमकार गिरी, स्वामी रघुवन, दिगंबर बलबीर पुरी, महंत डोंगर गिरी, स्वामी राजगिरी, स्वामी धनंजय गिरी, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी प्रदीप शर्मा, अनिल शर्मा आदि ने भगवान शनिदेव को अद्भूत शक्ति का अवतार बताया जो सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं।

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