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स्वच्छ रहेगी महिला तभी तो स्वस्थ रहेगा समाज: योगाचार्य अर्चना शर्मा


झुग्गी-झोपड़ी की महिलाओं को पर्सनल हाइजीन की जानकारी देते हुए बताया कि वैसे तो महिलाओं को हमेशा ही स्वच्छ रहना चाहिए किन्तु माहवारी के दिनों में इसका विशेष ध्यान रखना आवश्यक है, क्योंकि इस दौरान यदि स्वच्छता का विशेष ध्यान ना रखा जाये तो महिलाओं को विभिन्न प्रकार के संक्रमण तथा रोगों के होने की सम्भावना बढ़ जाती है।

रिपोर्ट  - à¤†à¤² न्यूज़ भारत

ॐ आरोग्यम योग मंदिर द्वारा आज अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस के उपलक्ष पर बैरागी कैंप, बजरीवाला बस्ती में *"मैं नारी हूं....स्वच्छता से स्वास्थ्य"* प्रकल्प के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन *योगी रजनीश जी* के सानिध्य में किया गया। *कार्यक्रम संयोजक अर्चना शर्मा* ने ॐ आरोग्यम योग मंदिर द्वारा संचालित "मैं नारी हूं- स्वच्छता से स्वास्थ्य" प्रकल्प का उद्देश्य बताते हुए कहा कि संस्था का *उद्देश्य महिलाओं को माहवारी के दिनों में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के लिये जागरूक करने के साथ ही उनको सैनेट्री पैड्स, साबुन आदि हाइजीन सम्बंधित सामान उपलब्ध कराना है। आगे अर्चना शर्मा ने कार्यक्रम को संचालित करते हुए झुग्गी-झोपड़ी की महिलाओं को पर्सनल हाइजीन की जानकारी देते हुए बताया कि वैसे तो महिलाओं को हमेशा ही स्वच्छ रहना चाहिए किन्तु माहवारी के दिनों में इसका विशेष ध्यान रखना आवश्यक है, क्योंकि इस दौरान यदि स्वच्छता का विशेष ध्यान ना रखा जाये तो महिलाओं को विभिन्न प्रकार के संक्रमण तथा रोगों के होने की सम्भावना बढ़ जाती है। जिससे केवल महिला ही परेशान नहीं होती बल्कि उसका परिवार भी अस्त व्यस्त हो जाता है। आगे अर्चना शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि माहवारी एक ऐसा विषय है जो 13-14 वर्ष की किशोरियों से प्रारम्भ होकर लगभग 45 वर्ष की आयु तक चलता है। इस दौरान महिलाओं को अनेक *शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों के साथ ही विभिन्न चुनौतियों से भी गुजरना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं का चिड़चिड़ा होना, पेट दर्द, मानसिक तनाव आम बात है। किंतु यदि वे अपना ध्यान रखे* तो इन सबसे बच सकती हैं। इसके लिए स्वच्छ रहने के साथ ही, अच्छा आहार* लेना भी जरूरी है। साथ ही यदि महिलाएं *नित्य प्रति योग अभ्यास* करती है, तो सभी समस्याओं एवं चुनौतियों का निराकरण सरलता के साथ संभव है। आगे अर्चना शर्मा ने एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छता के अभाव में झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली महिलाओं को गर्भाशय का कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है। इसलिये माहवारी में साफ, स्वच्छ सैनेटरी पैड्स का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही अपने कपड़ों को डेटॉल अथवा साबुन से अच्छे से धोकर धूप में सुखाना चाहिए। आगे अर्चना शर्मा द्वारा महिलाओं को सेनेटरी पैड्स, साबुन आदि हाइजीन सम्बंधित सामान का वितरण किया गया। योगी रजनीश ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्था मैं नारी हूं- स्वच्छता से स्वस्थ प्रकल्प के तहत निरंतर महिलाओं को उनसे संबंधित सामान उपलब्ध कराती रहेगी, तथा महिलाओं को गौरव पूर्ण जीवन जीने में उनका सहयोग करती रहेगी।

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