पुलिस उपमहानिरीक्षक आईपीएस अनन्तशंकर ताकवाले ने कहा कि जगतगुरुश्री कृष्णा की लीलाएं उनके द्वारा महाभारत के दौरान अर्जुन को दिए गए गीता ज्ञान का एक-एक शब्द बहुअर्थीय,जगत कल्याण एवं मानव जाति को दिशा देने वाला है। जिन भगवान श्री कृष्ण ने संसार को गुरुतत्व प्रदान किया उनके उत्सव के साथ ही शिक्षकों का सम्मान अपने आप में अभिभूत करने वाला है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिद्वार। पुलिस उपमहानिरीक्षक आईपीएस अनन्तशंकर ताकवाले ने कहा कि जगतगुरुश्री कृष्णा की लीलाएं उनके द्वारा महाभारत के दौरान अर्जुन को दिए गए गीता ज्ञान का एक-एक शब्द बहुअर्थीय,जगत कल्याण एवं मानव जाति को दिशा देने वाला है। जिन भगवान श्री कृष्ण ने संसार को गुरुतत्व प्रदान किया उनके उत्सव के साथ ही शिक्षकों का सम्मान अपने आप में अभिभूत करने वाला है। रोटरी क्लब कनखल द्वारा केयर नर्सिंग कॉलेज में आयोजित शिक्षक दिवस एवं श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में आयोजित नेशन बिल्डर अवार्ड कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीआईजी अनंत शंकर ताकवाले ने कहा कि प्रत्येक इंसान के जीवन में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिस प्रकार स्वर्णकार सोने को पीट-पीटकर एक सुंदर आभूषण तैयार करता है, उसी प्रकार शिक्षक की डांट-फटकार, ज्ञान किसी भी इंसान को महान व्यक्तित्व प्रदान करता हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक सदैव अपने विद्यार्थी को अपने से आगे बढ़ाने की कामना करता है। शिक्षक ही वह व्यक्ति होता है, जो की अपने शिष्य को हर परिस्थिति से लड़ने की साहस देता है। सनातन धर्म में गुरु शिष्य परंपरा पौराणिक है। भगवान राम अपने गुरु वशिष्ठ से शिक्षा दीक्षा प्राप्त करने के लिए उनके साथ गुरुकुल गए। महाभारत काल में भी द्रोणाचार्य ने ही पांडवों व कौरवों को शस्त्र-शास्त्र की शिक्षा दी। महाभारत के दौरान ही भगवान श्रीकृष्ण ने जगत कल्याण के लिए अर्जुन को गीता के उपदेश देकर संसार को ज्ञान प्रदान किया। आज भगवान श्रीकृष्णा की लीलाओं के मंचन के साथ शिक्षक का सम्मान किया जाना अपने आप में अस्मरणीय पल है। विशिष्ट अतिथि डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य डॉक्टर अनुपम जग्गा ने कहा कि शिक्षकों का वास्तविक सम्मान विद्यार्थियों के सफल होने से होता है, इन कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों को अपने कार्य को और निपुणता से करने का प्रोत्साहन मिलता है। इस मौके पर रोटरी क्लब कनखल के अध्यक्ष एवं केयर नर्सिंग कॉलेज के एचडी राजकुमार शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान करते हुए कहा कि आज एक साथ शिक्षा जगत की इन महान विभूतियों को अपने परिसर में प्रकार हम कृतार्थ हो गए हैं।इस कार्यक्रम के माध्यम से से सम्मानित होने वाले सभी शिक्षक अपने आप में एक-एक संस्थान है, आपके अनुभव लग्नशीलता शिक्षा प्रेम के कारण आज हजारों हजार बच्चे सफलता की ऊंचाइयों को चूम रहे हैं, आप वंदनीय है,आपके द्वारा किया गया कार्य अतुल्यनीय है।