à¤à¤¾à¤‚सी का नाम सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही सहज à¤à¤¾à¤µ से वीरांगना मणिकरà¥à¤£à¤¿à¤•à¤¾ जो बाद मे अपने तà¥à¤¯à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ बलिदान से à¤à¤¾à¤‚सी की रानी के नाम से विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ हà¥à¤ˆ की आज 18 जून को पà¥à¤£à¥à¤¯ तिथि पर देश की नारी जाति के लिठगरà¥à¤µ à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ का दिन है।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°-18 जून, 2020 à¤à¤¾à¤‚सी का नाम सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही सहज à¤à¤¾à¤µ से वीरांगना मणिकरà¥à¤£à¤¿à¤•à¤¾ जो बाद मे अपने तà¥à¤¯à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ बलिदान से à¤à¤¾à¤‚सी की रानी के नाम से विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ हà¥à¤ˆ की आज 18 जून को पà¥à¤£à¥à¤¯ तिथि पर देश की नारी जाति के लिठगरà¥à¤µ à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ का दिन है। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ महासà¤à¤¾, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤‚सी की रानी के बलिदान को नमन करते हà¥à¤ उनकी पà¥à¤£à¥à¤¯ तिथि 18 जून को वीरता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ बनà¥à¤§à¥à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सांय 4ः00 बजें राजपूत धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ परिसर मे शà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤‚जलि à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 9ः30 बजें वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ करते परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की रकà¥à¤·à¤¾ का संकलà¥à¤ª लिया गया। शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤µ लोकेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤² सिंह ने नारी के महतà¥à¤µ को सामाजिक दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ से मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤• के रूप मे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते हà¥à¤ कहा कि नारी यदि तà¥à¤¯à¤¾à¤— और बलिदान पर आ जाठतो वह दो कà¥à¤²à¥‹à¤‚ का उदà¥à¤µà¤¾à¤° करती है अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ उनका विनाश à¤à¥€ कर सकती है। महासà¤à¤¾ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· ठाकà¥à¤° यशपाल सिंह ने वीरगंना के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पर बोलते हà¥à¤ कहाॅ कि à¤à¤¾à¤‚सी की रानी के बाद किसी à¤à¥€ काल मे उनके समान वीरांगना होना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² है। महासचिव डाॅ0 शिव कà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान ने अपने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾-सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहाॅ कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास इस बात का साकà¥à¤·à¥€ रहा है कि महिलाओं ने जब à¤à¥€ देश का नेतृतà¥à¤µ किया है। अपनी वीरता à¤à¤µà¤‚ बलिदान की à¤à¤• नई इबारत लिखी है। वे समाज का दà¥à¤°à¥à¤²à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ थी। जो असंखà¥à¤¯ वरà¥à¤·à¥‹ बाद इस धरती पर अवतरित होता है। शिकà¥à¤·à¤¾ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ योगेनà¥à¤¦à¥à¤° पाल सिंह ने हिनà¥à¤¦à¥€ कावà¥à¤¯ जगत की अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ शखà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¤ सà¥à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान की à¤à¤¾à¤µ à¤à¤µà¤‚ समरà¥à¤ªà¤£ से à¤à¤°à¥€ वह पकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚- चमक उठी सनॠसतà¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¨ में वह तलवार पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ थी। बà¥à¤‚देलो हरबोलो के मà¥à¤‚ह हमने सà¥à¤¨à¥€ कहानी थी। खà¥à¤°à¥‚ब लडी मरà¥à¤¦à¤¾à¤¨à¥€ वह तो à¤à¤¾à¤‚सी वाली रानी थी। का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤ वीरांगना को अपनी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। इस अवसर पर वीरांगना की पà¥à¤£à¥à¤¯ तिथि पर पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 9ः00 बजें वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ करके परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ का संकलà¥à¤ª लिया गया। इस अवसर पर सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी पà¥à¤°à¥‹0 à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण, धनशà¥à¤¯à¤¾à¤® सिंह, लोकेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤² सिंह, यशपाल सिंह राणा, डाॅ0 शिव कà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान, नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह, मनवीर सिंह, मदनपाल सिंह, महेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह नेगी, तनà¥à¤œ शेखावत, अजय चैहान, दà¥à¤·à¥à¤¯à¤‚त राणा आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।