गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² काà¤à¤—ड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विà¤à¤¾à¤— के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ सपà¥à¤¤ दिवसीय अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤œà¤¾à¤²à¥€à¤¯ कारकविषयक कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के पंचम दिवस पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ में देव नागरी महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, गà¥à¤²à¤¾à¤µà¤°à¥€, बà¥à¤²à¤‚दशहर के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के रूप में डॉ हरिदतà¥à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ ने बताया कि किसी धà¥à¤°à¥à¤µ (अचल) वसà¥à¤¤à¥ या सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से अलग होना की अवसà¥à¤¥à¤¾ में अचल वसà¥à¤¤à¥ या सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की अपादानसंजà¥à¤žà¤¾ (अपादान कारक) होगी ।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² काà¤à¤—ड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विà¤à¤¾à¤— के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ सपà¥à¤¤ दिवसीय अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤œà¤¾à¤²à¥€à¤¯ कारकविषयक कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के पंचम दिवस पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ में देव नागरी महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, गà¥à¤²à¤¾à¤µà¤°à¥€, बà¥à¤²à¤‚दशहर के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के रूप में डॉ हरिदतà¥à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ ने बताया कि किसी धà¥à¤°à¥à¤µ (अचल) वसà¥à¤¤à¥ या सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से अलग होना की अवसà¥à¤¥à¤¾ में अचल वसà¥à¤¤à¥ या सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की अपादानसंजà¥à¤žà¤¾ (अपादान कारक) होगी । उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ बताया कि जहाठअपादान कारक होता है वहां पंचमी विà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया जाता है । संजà¥à¤žà¤¾ के जिस रूप से à¤à¤• वसà¥à¤¤à¥ का दूसरी से अलग होना पाया जाठवह अपादान कारक कहलाता है। करà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾ अपनी कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जिससे अलग होता है, उसे अपादान कारक कहते हैं। जैसे- पेड़ से आम गिरा। इस वाकà¥à¤¯ में (पेड़) अपादान अवसà¥à¤¥à¤¾ में है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आम पेड़ से गिरा अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ अलग हà¥à¤† है। जैसे- बचà¥à¤šà¤¾ छत से गिर पड़ा या गीता घर से चल पड़ी। इन दोनों वाकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में (छत से) और (घर से) गिरने में अलग होना पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होता है। अतः घर से और छत से अपादान अवसà¥à¤¥à¤¾ में हैं। पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° सोमदेव शतांशॠने बताया कि अपादान कारक, वाकà¥à¤¯ में जिस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ या वसà¥à¤¤à¥ से किसी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ या वसà¥à¤¤à¥ की पृथकता अथवा तà¥à¤²à¤¨à¤¾ का बोध होता है, वहां अपादान कारक होता है। यानी अपादान कारक से अलग या विलगाव का बोध होता है। पà¥à¤°à¥‡à¤®, घृणा, लजà¥à¤œà¤¾, ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾, à¤à¤¯ और सीखने आदि à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठअपादान कारक का ही पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया जाता है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उकà¥à¤¤ कारणों से अलग होने की कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ किसी-न-किसी रूप में जरूर होती है। जैसे वह कलम से लिखता है या उसके हाथ से कलम गिर गयी(हाथ से अलग होना)। ‘से’ चिनà¥à¤¹ करण à¤à¤µà¤‚ अपादान दोनों कारको का है। करण कारक का से माधà¥à¤¯à¤® या साधन के लिठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— होता है, जबकि अपादान का ‘से’ अलग होने या करने का बोध कराता है। करण का ‘से’ साधन से जà¥à¥œà¤¾ रहता है। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥à¤¯à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤‚काय के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¥¦ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¥‡à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार ने सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया। इस अवसर पर इस वेबिनार में पà¥à¤°à¥‹à¥¦ संगीता विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार, डा० वीना विशà¥à¤¨à¥‹à¤ˆ, डा० मौहर सिंह, डा० वेदवà¥à¤°à¤¤, डा० पंकज कौशिक, हेमनà¥à¤¤ नेगी तथा विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ से लगà¤à¤— à¥à¥¦à¥¦ से अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ी समà¥à¤ªà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।