तीरà¥à¤¥ नगरी हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ के अवसर पर पूरी तीरà¥à¤¥ नगरी रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा रही है जगह-जगह à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ की à¤à¤¾à¤‚कियों सज रही है à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ का जनà¥à¤® तीरà¥à¤¥ नगरी के सà¤à¥€ मंदिरों, आशà¥à¤°à¤® अखाड़ों, मठों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धूमधाम से मनाया गया ।
रिपोर्ट -
तीरà¥à¤¥ नगरी हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ के अवसर पर पूरी तीरà¥à¤¥ नगरी रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा रही है जगह-जगह à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ की à¤à¤¾à¤‚कियों सज रही है à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ का जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ तीरà¥à¤¥ नगरी के सà¤à¥€ मंदिरों , आशà¥à¤°à¤® अखाड़ा, मठों में धूमधाम से मनाया गया । यह नगरी पंचपà¥à¤°à¥€ के नाम से विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ है जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤°,कनखल,हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°,बीà¤à¤šà¤à¤² , à¤à¥‚पतवाला कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में किस कृषà¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ का तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° बड़ी धूमधाम से मनाया गया जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° कटहरा बाजार,चौक बाजार, सिदà¥à¤§ आशà¥à¤°à¤®, आरà¥à¤¯ नगर चौक, रानीपà¥à¤° मोड़,रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, हारà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾à¤ª à¤à¤µà¤¨, हर की पौड़ी, कनखल उदासीन बड़ा अखाड़ा, दकà¥à¤· मंदिर महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़े में धूमधाम से मनाई गई रंग बिरंगी लाइटों से सजी à¤à¤¾à¤‚कियां लोगों का मन मोह रही थी à¤à¤¾à¤‚कियों को देखने आठसà¤à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤à¤—ण à¤à¥‚ले पर सजी à¤à¤—वान कृषà¥à¤£ की बाल पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को à¤à¤•-à¤à¤• कर à¤à¥‚ला रहे थे à¤à¤—वान की सजी à¤à¤¾à¤‚कियां à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का मन मोह रही थी à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था जैसे लोग मथà¥à¤°à¤¾ वृंदावन में ही वास कर रहे हैं à¤à¤—वान की बाल लीलाओं की à¤à¤¾à¤‚कियां पूरे शहर में लगी हà¥à¤ˆ थी जो धूम मचा रही है à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ की लीलाओं पर आधारित धारà¥à¤®à¤¿à¤• सोंग जगह-जगह बज रहे थे जो लोग थिरकने पर मजबूर हो रहे थे à¤à¤—वान कृषà¥à¤£ की पूजा करने के बाद परिवार सहित सà¤à¥€ लोग घर के बाहर à¤à¤¾à¤‚कियां देखने निकले हà¥à¤ हैं जिससे उनका समय à¤à¥€ कट रहा था कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वà¥à¤°à¤¤ 12:00 बजे चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ निकलने पर ही पूरा होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ का जनà¥à¤® कृषà¥à¤£ जनà¥à¤®à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤®à¥€ को रातà¥à¤°à¤¿ 12:00 बजे ही हà¥à¤† था इसीलिठà¤à¤—वान कृषà¥à¤£à¤¾ का पूरे दिन वà¥à¤°à¤¤ रखने के बाद शाम को à¤à¤—वान को à¤à¥‚ला à¤à¥‚लाते हैं और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ माखन मिशà¥à¤°à¥€ का à¤à¥‹à¤— लगाते हैं और रातà¥à¤°à¤¿ होने पर शहर में सजी à¤à¤¾à¤‚कियों को देखने के लिठनिकलते हैं 12:00 बजे चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ निकलने के उपरांत अरà¥à¤• दिया जाता है तà¤à¥€ वà¥à¤°à¤¤ पूरà¥à¤£ माना जाता है इस वà¥à¤°à¤¤ को करने से परिवार में सà¥à¤– शांति और संतान की वृदà¥à¤§à¤¿ होती हैl