मानवतावादी चिंतक यà¥à¤—पà¥à¤°à¥‚ष सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जीवन ही à¤à¤• धरà¥à¤® है। धरà¥à¤® न तो केवल पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में है, न ही धारà¥à¤®à¤¿à¤• सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों में, बलà¥à¤•à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने में ईशà¥à¤µà¤° का अनà¥à¤à¤µ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कर सकता है। उनकेे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में “मेरा ईशà¥à¤µà¤° दà¥à¤–ी, पीड़ित व हर जाति का निरà¥à¤§à¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯ है|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 4 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ मानवतावादी चिंतक यà¥à¤—पà¥à¤°à¥‚ष सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जीवन ही à¤à¤• धरà¥à¤® है। धरà¥à¤® न तो केवल पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में है, न ही धारà¥à¤®à¤¿à¤• सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों में, बलà¥à¤•à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने में ईशà¥à¤µà¤° का अनà¥à¤à¤µ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कर सकता है। उनकेे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में “मेरा ईशà¥à¤µà¤° दà¥à¤–ी, पीड़ित व हर जाति का निरà¥à¤§à¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯ है’’, जैसे अनेक सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ विचारों को देने वाले यà¥à¤— पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी के आज महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£ दिवस पर परमारà¥à¤¥ निकेतन में पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी को याद किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद जी ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• बल के साथ-साथ शारीरिक बल में वृदà¥à¤§à¤¿ करने के लिये à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚नेे à¤à¤¸à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ पर बल दिया जिसके माधà¥à¤¯à¤® से विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आतà¥à¤®à¥‹à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¿ हो, शिकà¥à¤·à¤¾ में नैतिकता हो, जो उनके चरितà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में à¤à¥€ सहायक हो सके। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– ततà¥à¤µ मानववाद à¤à¤µà¤‚ सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¦ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद जी के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦ की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आधारशिला हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी 19वीं सदी के शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¥à¤“ं में à¤à¤• थे और वेदानà¥à¤¤ के वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤•à¤¾à¤° थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिंदू धरà¥à¤® तथा अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ वेदानà¥à¤¤ की वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• और वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ करते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के नवजागरण में विलकà¥à¤·à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¯à¥€à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वरà¥à¤· 1893 ई. में शिकागो में आयोजित ‘विशà¥à¤µ धरà¥à¤® महासà¤à¤¾â€™ में हिंदू धरà¥à¤® को सहिषà¥à¤£à¥ तथा सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤• धरà¥à¤® के रूप में चितà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया। अपने à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤£ में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤• à¤à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥ƒà¤à¤¾à¤µ को सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¥‹à¤‚ का आधार कहा था। वासà¥à¤¤à¤µ में उनके सà¤à¥€ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ और संदेश आज के यà¥à¤— में à¤à¥€ उतने ही पà¥à¤°à¤¸à¤‚गिक हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सदैव मनà¥à¤·à¥à¤¯ को करà¥à¤®à¤¶à¥€à¤² बने रहने के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ संदेश दिया कि ‘उठो, जागो और तब तक न रूको, जब तक मंजिल पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ न हो जाà¤â€™à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को जीवन की बाधाओं से लड़ने का संदेश दिया, जिसे आज उनके निरà¥à¤µà¤¾à¤£ दिवस पर हर यà¥à¤µà¤¾ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ करना चाहिये ताकि फिर किसी परिवार को सà¥à¤¶à¤¾à¤‚त सिंह के जैसे अपने बेटे को न खोना पड़े। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि हमारे देश के चिंतकों ने अपने जीवन के अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ से जो सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त दिये है उन पर चलने की कोशिश करें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिये, समाज के लिये, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, राषà¥à¤Ÿà¥à¤° तथा पूरे विशà¥à¤µ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिये जो विचार दिये वे हर यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक हैं तथा अपने कालजयी सà¥à¤µà¤°à¥‚प में ये विचार आगे आने वाली कई सदियों तक मानव जाति को शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ मारà¥à¤— दिखाते रहेंगे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि हमारे देश के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ माननीय शà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी जी ने आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ का संदेश दिया है परनà¥à¤¤à¥ आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ तà¤à¥€ बन सकता है जब आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° गांव होगे। हमंे संकलà¥à¤ª लेना होगा कि मेरा गांव, मेरा तीरà¥à¤¥, मेरा गांव, मेरी शान, à¤à¤¸à¥€ सोच पैदा करनी होगी और हमें अपनी जीवनशैली को बदलना होगा। हमें गà¥à¤°à¥€à¤¡ कलà¥à¤šà¤° से गà¥à¤°à¥€à¤¨ कलà¥à¤šà¤° की ओर बà¥à¤¨à¤¾ होगा, गà¥à¤°à¥€à¤¡ कलà¥à¤šà¤° से नीड कलà¥à¤šà¤° की ओर बà¥à¤¨à¤¾ होगा और नीड कलà¥à¤šà¤° से नये कलà¥à¤šà¤° की ओर कदम बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ होंगे। हमें अपने जीवन में छोटे-छोटे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने होंगे तथा जीवनचरà¥à¤¯à¤¾ को बदलना होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अब यà¥à¤µà¤¾à¤†à¤‚े को जल संरकà¥à¤·à¤£, वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ की मà¥à¤¹à¤¿à¤® में जà¥à¤Ÿà¤¨à¤¾ होगा। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपनेपन को लाना ही होगा तथा पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के साथ रिशà¥à¤¤à¤¾ जोड़ना ही होगा। अब हमें गà¥à¤°à¥€à¤¨ विजन की जरूरत है सन 2020 में विजन 20: 20 चाहिये। यही विज़न दिया हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤§à¤° महान यà¥à¤— पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी ने। उनका निरà¥à¤µà¤¾à¤£ दिवस à¤à¤• नये à¤à¤¾à¤°à¤¤ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ दिवस बने। à¤à¤¸à¥‡ दिवà¥à¤¯ महापà¥à¤°à¥‚ष को यही शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि होगी।