पतंजलि विश्वविद्यालय व पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव कार्यक्रम ‘अभ्युदय वार्षिकोत्सव’ के रूप में प्रारंभ हुआ। यज्ञ अनुष्ठान के उपरान्त कार्यक्रम की शुरूआत विवि के कुलपति आचार्य बालकृष्ण महाराज ने दीप प्रज्ज्वलन कर की।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार, 08 मार्च। पतंजलि विश्वविद्यालय व पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव कार्यक्रम ‘अभ्युदय वार्षिकोत्सव’ के रूप में प्रारंभ हुआ। यज्ञ अनुष्ठान के उपरान्त कार्यक्रम की शुरूआत विवि के कुलपति आचार्य बालकृष्ण महाराज ने दीप प्रज्ज्वलन कर की। इस अवसर पर विवि के कुलपति आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने समस्त देशवासियों को महाशिवरात्रि तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कहा कि आज का दिन शिव और शक्ति का दिन है। उन्होंने कहा कि यहाँ उपस्थित सभी शिव और शक्ति के अंश हैं किंतु हमें स्वयं शिव और शक्ति बनना होगा। उनकी कृपा, शक्ति व प्रेरणा से हम गतिमान हैं। हमें उस शक्ति, सामर्थ्य व ऊर्जा को बढ़ाना होगा क्योंकि अभ्युदय का अर्थ भी यही है कि आप विद्या, शिक्षा, आज्ञापालन आदि प्रत्येक रूपों में सामर्थ्यशाली बनें। आचार्य जी ने शिक्षा के साथ-साथ क्रीड़ा क्षेत्र में सामर्थ्यशाली बनने का आह्नान किया। उन्होंने कहा कि 25 से 30 वर्ष की आयु सीखने की आयु है, इस आयु में आप अपनी प्रवृत्ति जैसी बनायेंगे, जिन कार्यों की ओर आप प्रवृत्त होंगे, वो जीवनभर आपके सहचर बनकर आपके साथ में रहेंगे। उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय में सभी प्रकार के कार्यक्रमों की गुणवत्ता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, तभी देश-विदेश के विद्वतजन इसकी प्रशंसा करते हैं।