à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (आईआईटी) रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ कà¥à¤²à¤¬ ने गैर-लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ (वेबसाइट: samskritabharati.in) के सहयोग से विशà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€ 15 दिवसीय ऑनलाइन सà¥à¤ªà¥‹à¤•à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ कैंप आयोजित किया। 'सà¥à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤à¤® संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤®à¥' नामक अपनी तरह के इस अनूठे कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में देश और विदेश के 4800 से अधिक à¤à¤¾à¤·à¤¾ के उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ लोगों ने हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€, 08 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2020: à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (आईआईटी) रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ कà¥à¤²à¤¬ ने गैर-लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ (वेबसाइट: samskritabharati.in) के सहयोग से विशà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€ 15 दिवसीय ऑनलाइन सà¥à¤ªà¥‹à¤•à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ कैंप आयोजित किया। 'सà¥à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤à¤® संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤®à¥' नामक अपनी तरह के इस अनूठे कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में देश और विदेश के 4800 से अधिक à¤à¤¾à¤·à¤¾ के उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ लोगों ने हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया। इस 15 दिवसीय ऑनलाइन सà¥à¤ªà¥‹à¤•à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ कैंप के बाद संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ में चार à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‚स कोरà¥à¤¸ à¤à¥€ आयोजित की जाà¤à¤‚गी। इस आयोजन का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ यà¥à¤µà¤¾ पीढ़ी के बीच संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के महतà¥à¤µ के बारे में जागरूकता पैदा करना था। आईआईटी रà¥à¤¡à¤¼à¤•à¥€ के निदेशक पà¥à¤°à¥‹. अजीत चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि, “संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में से à¤à¤• है। साइंस, à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¨à¥‰à¤®à¥€, मेडिसिन और डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¥‡à¤¸à¥€ जैसे विषयों में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ साहितà¥à¤¯ में छिपे जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के मोती की खोजने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है।“ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के टीचर टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– डॉ. à¤à¤šà¤†à¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¾ ने संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ में उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ à¤à¤¾à¤·à¤£ दिया, जिसने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में à¤à¤¾à¤·à¤¾ के महतà¥à¤µ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के टीचर टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– डॉ. à¤à¤šà¤†à¤° विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¾ ने कहा कि, “संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ की विशिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ मूल शबà¥à¤¦à¤¾à¤‚शों से शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ की वà¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ और उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤°à¤£à¤¿à¤• संरचना से है। पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल से ही यह अपने 36 वà¥à¤¯à¤‚जन और 16 सà¥à¤µà¤°à¥‹à¤‚ के उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ में किसी à¤à¥€ परिवरà¥à¤¤à¤¨ के बिना अपने पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ रूप में मौजूद है। ‘संà¤à¤¾à¤·à¤£â€™ (वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª) संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को पà¥à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¤ करने और यà¥à¤µà¤¾ पीढ़ी को इसके महतà¥à¤µ से अवगत कराने की दिशा में पहला कदम है।†उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ सतà¥à¤° के बाद à¤à¤• ऑनलाइन सतà¥à¤° à¤à¥€ आयोजित किया गया, जिसमें संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने सौहारà¥à¤¦à¤ªà¥‚रà¥à¤£ और आकरà¥à¤·à¤• तरीके से à¤à¤¾à¤·à¤¾ के मूलà¤à¥‚त पहलà¥à¤“ं के बारे में बताया।