भारतीय रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती जया वर्मा सिन्हा (जो कि भारतीय रेलवे के शीर्ष पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
ऋषिकेश, 27 अप्रैल। भारतीय रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती जया वर्मा सिन्हा (जो कि भारतीय रेलवे के शीर्ष पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं। उन्होंने बांग्लादेश के ढाका में भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी कार्य किया, उनके इस कार्यकाल के दौरान कोलकाता से ढाका तक प्रसिद्ध मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था।) उनका सेवा काल अद्भुत है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने श्रीमती जया वर्मा सिन्हा जी के साथ हुई चर्चा के दौरान कहा कि उत्तराखंड में बिछायी जा रही रेलवे लाइनों के दोनों ओर खाली पड़ी जमीन और आसपास के गांवों में पौधा रोपण एक अद्भुत विकल्प और वर्तमान की जरूरत भी है, इसके लिये परमार्थ निकेतन की ओर से पूरा-पूरा सहयोग दिया जायेगा। स्वामी जी ने कहा कि जिन गांवों से रेलवे ट्रेक जा रहा है उन गांवों में पौधे लगे और लगे रहें इसके लिये ग्रामवासियों को जोड़ने हेतु भी परमार्थ निकेतन सहयोग प्रदान करेगा ताकि जब यात्री इस रूट पर आये तो दोनों ओर हरा-भरा वातावरण दिखायी पड़े और उन्हें आनंद भी आये। स्वामी ने कहा कि उत्तराखंड दिव्य धामों व चारों धामों की भूमि है। ये चारों धाम भारत की आत्मा है और इन दिव्य तीर्थक्षेत्रों सहित सभी तीर्थ स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अद्भुत सुविधायें प्रदान कर रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी और भारत के केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी की अद्भुत दृष्टि हंै, जिससे यहां का व्यापार, रोजगार और व्यवहार सब के वृद्धि होगी। यहां की सुविधाओं में वृद्धि होगी तो यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी।