टिहरी पीएसपी 2030 तक राष्ट्र के 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता के लक्ष्य के अनुरूप, शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ 24*7 सस्ती बिजली आपूर्ति करने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह परियोजना टीएचडीसी की स्थायी ऊर्जा समाधान और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
ऋषिकेश- 22-05-2024: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई ने टिहरी परिसर का दो दिवसीय (19 और 20 मई, 2024) सघन निरीक्षण दौरा किया। उनके साथ भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी) और एल.पी.जोशी, परियोजना प्रमुख (टिहरी परिसर) सहित टीएचडीसीआईएल के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। विश्नोई ने 1000 मेगावाट टिहरी पीएसपी के निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। विश्नोई ने निरीक्षण के पहले दिन टिहरी बांध का दौरा किया और सघन निरीक्षण किया। एल.पी.जोशी, कार्यपालक निदेशक (टिहरी परिसर) ने विश्नोई और वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न निर्माण गतिविधियों की जानकारी दी। विश्नोई एवं गुप्ता ने टिहरी पीएसपी के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे बटरफ्लाई वाल्व, पीएससी (पेन स्टॉक असेंबली चैम्बर), ईए-7 और टीआरटी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद विश्नोई ने अधिकारियों और हितधारकों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें निर्धारित समयसीमा के भीतर अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। निर्माण स्थलों के निरीक्षण के बाद, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें निर्माण कार्यों के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा, समीक्षा बैठक के दौरान श्री विश्नोई ने उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने और परियोजना को समय पर पूरा करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टिहरी पीएसपी 2030 तक राष्ट्र के 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता के लक्ष्य के अनुरूप, शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ 24*7 सस्ती बिजली आपूर्ति करने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह परियोजना टीएचडीसी की स्थायी ऊर्जा समाधान और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी), भूपेन्द्र गुप्ता ने परियोजना गतिविधियों को समय पर पूरा करने का आश्वासन देते हुए उत्कृष्टता और पर्यावरण प्रबंधन के प्रति टीएचडीसीआईएल के समर्पण को रेखांकित किया।