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हरिद्वार में 20 जुलाई को पड़ने वाले सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान को लेकर पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक


जिलाधिकारी सी0 रविशंकर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैन्थिल अबुदई ने कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत आगामी 19 व 20 जुलाई को पड़ने वाले सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान को लेकर पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में सोमवती अमावस्या पर जनपद की सभी सीमाओं को पूर्णतः सील रखे जाने की जानकारी डीएम ने दी।

रिपोर्ट  - ALL NEWS BHARAT

हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई ने कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत आगामी 19 व 20 जुलाई को पड़ने वाले सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान को लेकर पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में सोमवती अमावस्या पर जनपद की सभी सीमाओं को पूर्णतः सील रखे जाने की जानकारी डीएम ने दी। सभी सीमाओं को स्नान की पूर्व रात्रि से बंद कर दिया जायेगा। बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। अधिकारियों को सोमवती अमावस्या पर किसी भी प्रकार के यात्री व स्थानीय नागरिकों के गंगा घाटों पर स्नान को पूर्णतः प्रतिबंधित रखे जाने के आदेश दिये। डीएम ने कहा कि निगरानी के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट जोनल मजिस्ट्रेट नियुक्त किये जायेंगे। प्रतिबंध को लागू कराये जाने के सम्बंध में अधिकारियों को किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने तथा सख्ती से आदेश का पालन कराये जाने के निर्देश दिये। अमावस्या पर स्थानीय मंदिरों में पुजारी तथा समितियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से कराया जायेगा। इस दिन किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के आदेश भी डीएम ने दिये। जिलाधिकारी ने साप्ताहिक बंदी के दिन बाजारों के सेनेटाइजेशन के भी आदेश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। साथ ही कोरोना संक्रमण में सेवा कर रहे फ्रंट लाइन वर्करों व सरकारी कार्मिकों का साप्ताहिक रैपिड टैस्ट कैम्प लगाने के आदेश भी स्वास्थ्य विभाग को दिये। यह कैम्प तहसीलवार प्रत्येक शुक्रवार को लगाये जायेंगे। इन तहसीलों में कार्य कर पुलिस, प्रशासन तथा विभागीय अधिकारी माह में एक बार अपना रैपिड अवश्य करायेंगे। जिलाधिकारी ने संस्थागत कोरंटीन तथा होम कोरंटीन का पालन भी सख्ती से कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की एसओपी के अनुसार ही कोरंटीन नियमों का पालन कराया जाये। किसी भी प्रकार की लापरवाही कोंरटीन व्यवस्था में न अपनायी जाये।

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