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बेरोजगार युवाओं तथा कोरोना महामारी में घर लौटे बेरोजगार प्रवासियों को रोजगार


जनपद के प्रतिभावान बेरोजगार युवाओं तथा कोरोना महामारी में घर लौटे बेरोजगार प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने के लिए राजकीय पाॅलिटेक्निक गोपेश्वर, घिंघराण में जनरल वर्क सुपरवाइजर ट्रेड में 90 दिनों का कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार से शुरू हो गया है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 15 जुलाई,2020 जनपद के प्रतिभावान बेरोजगार युवाओं तथा कोरोना महामारी में घर लौटे बेरोजगार प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने के लिए राजकीय पाॅलिटेक्निक गोपेश्वर, घिंघराण में जनरल वर्क सुपरवाइजर ट्रेड में 90 दिनों का कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार से शुरू हो गया है। जिला प्रशासन के प्रयासों से राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के माध्यम से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री डेवलपमेंट कौंसिल (सीआईडीसी) के सहयोग से 30 युवाओं को तीन माह का सिविल वर्क सुपरवाइजर के तहत भवन एवं सड़क निर्माण, जल संरक्षण एवं सवंर्धन संरचानाएं आदि निर्माण कार्यो का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बुधवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ करते हुए युवाओं को मन लगाकर प्रशिक्षण पूरा करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि कोरोना महामारी में रोजगार की आवश्यकता को देखते हुए बहुत कम समय में बडी मेहनत से इस पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यवस्था की गई है। एनएचआईडीसीएल एवं जिला उद्योग केन्द्र के माध्यम से विज्ञप्ति प्रकाशन व साक्षात्कार के बाद जिले के बेरोजगार युवा, 10वीं कक्षा के ड्राप आउट (बीच में स्कूल छोड़ने वाले) प्रतिभावान युवा एवं बेरोजगार प्रवासी युवाओं को इस प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया है ताकि उनको रोजगार करने का अवसर मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि यह नेशनल लेवल का एक बहुत ही अच्छा प्रशिक्षण कार्यक्रम है और इसके लिए चुने गए बेरोजगार युवाओं के सामने अपने भविष्य को सवारने का एक बेहद सुनहरा अवसर है। कहा कि वर्क सुपरवाइजर एक मल्टी डाइमेंशनल फिल्ड है। भवन एवं सड़क निर्माण जैसे सिविल वर्क हमेशा चलते रहेंगे। इसलिए सभी युवा अच्छी तरह से प्रशिक्षण को पूरा कर इसका भरपूर फायदा उठाए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण पूरा करने के बाद युवाओं को वर्क सुपरवाइजर का प्रमाण पत्र एवं 45 हजार रुपये की धनराशि भी दी जाएगी। ताकि इस धनराशि से बेरोजगार युवा किसी भी कंपनी में सिविल वर्क के लिए अपनी तैयारी कर सके। उन्होंने सभी युवाओं को मन लगाकर इस प्रशिक्षण को पूरा करने पर जोर दिया। एनएचआईडीसीएल के जीएम संदीप कार्की ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए तीन महीने का कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसको पूरा करने के बाद विनिर्माण क्षेत्र की किसी भी कंपनी में आसानी से जनरल वर्क सुपरवाइजर के पद पर कार्य करने का अवसर मिल सकेगा। बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से राजकीय पाॅलिटेक्निक गोपेश्वर में इस पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यवस्था की गई है तथा युवाओं को सीआईडीसी के सहयोग से सिविल वर्क सुपरवाइजर कार्यो के प्रशिक्षण दिया जाएगा। सीआईडीसी के मैनेजर अनुराग पंवार ने कहा कि युवाओं को वर्क सुपरवाईजर ट्रेड में तकनीकी विकास एवं कार्यशैली के बढते हुए बदलाव को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण तैयार किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान भवन निर्माण, नींव, पत्थर चिनाई, सीलन रोक, खिडकियां, दरवाजे, छतें, आवरण, पलस्तर, टीप, फर्श, जल संभरण, सड़क निर्माण, जल संरक्षण, साइट पर किए गए कार्यो का रिकार्ड रखने, निर्माण कार्य के लिए मजदूर एवं सामग्री की आवश्यकता एवं उनकी देखरेख का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर मिल सके। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डा0 एमएस सजवाण ने सभी युवाओं को प्रशिक्षण पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सीआईडीसी के डिप्टी मैनेजर विजय बहादुर सिंह, एनएचआईडीसीएल के इंजीनियर अंकित शर्मा, सीआईडीसी के इंजीनियर पंकज राय आदि सहित प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।

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