मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को ऋषिकुल ग्राउण्ड में चल रहे चार धाम यात्रा पंजीकरण केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पंजीकरण हेतु पहुॅचे श्रद्धालुओं से वार्ता करते हुए विभिन्न पहलुओं पर जानकारी ली।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार 03 जून 2024ः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को ऋषिकुल ग्राउण्ड में चल रहे चार धाम यात्रा पंजीकरण केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पंजीकरण हेतु पहुॅचे श्रद्धालुओं से वार्ता करते हुए विभिन्न पहलुओं पर जानकारी ली। मुख्यमंत्री को अचानक से अपने बीच पाकर श्रद्धालुओं ने बहुत अधिक प्रसन्नता व्यक्त की और श्रद्धालुओ द्वारा मुख्यमंत्री के साथ जमकर सेल्फी ली गईं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि यदि काउण्टर बढ़ाने की आवश्यकता हो तो काउण्टर बढ़ाये जाये, श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, शौचालय के साथ ही ठण्डी हवा के लिए कूलर आदि की संख्या बढ़ाई जाये, पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा कर्मी तैनात किये जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर आवश्यक कदम उठाये जाये। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि किसी भी श्रद्धालु के साथ फ्रॉड न हो, यदि किसी भी श्रद्धालु के साथ फ्रॉड होता है तो फ्रॉड करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा हरिद्वार से प्रारंभ होती है। विगत दिनों चार धाम यात्रा के दौरान अधिक संख्या के कारण ऑफ लाइन पंजीकरण प्रक्रिया को कुछ समय के लिए बन्द किया गया था, जिसे अब खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा जनपदों में श्रद्धालुओं भीड़ को देखते हुए सुरक्षात्मक दृष्टि से कदम उठाये जा रहे है। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य एवं व्यवस्थाएं सामान्य रहने पर ऑफलाइन पंजीकरण संख्या को बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है की सभी श्रद्धालु धामों के दर्शन करले और श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी बनी रहे। उन्होंने कहा कि जो भी श्रद्धालु आएं, उनकी यात्रा सरल, सुगम व आसानी से पूरी हो, कोई परेशानी श्रद्धालुओं को न हो, यही प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मानसून के दृष्टिगत जो भी व्यवस्थाएं अलग से करनी होंगी, उन्हें भी सुनिश्चित कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि उनको चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के अनुसार जो तिथि मिली है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए आयें। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य परीक्षण और मौसम का पूर्वानुमान देखने के बाद ही चारधाम यात्रा पर आने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि चारधाम यात्रा सुरक्षित हो और सभी श्रद्धालु भी स्वस्थ और सुरक्षित हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रदेश की लाईफ लाईन है। यह यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ी है। जिस तेजी से चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, हम सबका दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने में सभी मिलकर सहयोगी बनें। व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।