लगभग 40 साल से द्वारिका पुत्र धनलाल अपनी काश्तकारी कारी खेत में काम कर रहा था लेकिन अचानक हल लगाते हुए हल पर एक पत्थर टकरा गया जब लगभग 5 फीट की खुदाई की गई तो पता चला कि वहां पर एक भव्य कुंड प्राप्त हो गया।
रिपोर्ट - भानु भट्ट
जनपद रुद्रप्रयाग की दूरस्थ गांव गांगसु बांगर के बक्शीर में हुआ चमत्कार । वही बताया जा रहा है कि लगभग 40 साल से द्वारिका पुत्र धनलाल अपनी काश्तकारी कारी खेत में काम कर रहा था लेकिन अचानक हल लगाते हुए हल पर एक पत्थर टकरा गया जब लगभग 5 फीट की खुदाई की गई तो पता चला कि वहां पर एक भव्य कुंड प्राप्त हो गया जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि यह गनेश्वर महाराज का ही एक कुंड है और यह भी बताया जा रहा है कि कुंड के नजदीक काफी पुराने मटको के कुछ अवशेष मिले जिससे यह आशंका भी जताई जा रही है कि जब इस कुंड से 500 मीटर की दूरी पर घुनेश्वर महाराज महाराज का मंदिर है तो निश्चित तौर पर इसी से जब कभी महाराज की पूजा अर्चना होती रही होगी तो यही से जल कलश यात्रा जाती रही होगी, यही नहीं कुण्ड की पत्थर शिलाओ पर कुछ नकासिया भी देखने को मिली है जिसके चलते क्षेत्र में खुशी का माहौल है, दूर दराज से भी लोग इस कुंड को देखने के लिए आ रहे हैं, व पूजा अर्चना कर रहे हैं वही यह भी बताया जा रहा है कि कुंड के चारों कोनों पर जमीन से पानी ऊपर आ रहा है व उसके साथ ही काफ़ी मात्रा में जो व तिल भी दिखने को मिल रहे हैं।