नशामुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के तहत विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई तथा सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए तथा युवाओं को नशे की प्रवृति से दूर रखने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
रिपोर्ट -
नशामुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के तहत विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई तथा सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए तथा युवाओं को नशे की प्रवृति से दूर रखने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। वहीं समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) रतूड़ा द्वारा नशामुक्ति भारत अभियान के तहत एक वेबिनार कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती ने वेबिनार में जुड़े युवाओं को संबोधित करते हुए मादक पदार्थों के सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों को इस अभियान की जानकारी सभी छात्र-छात्राओं को देते हुए उन्हें नशे की प्रवृति से दूर रहने के लिए अपील एवं प्रेरणा देने को कहा। समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा ने अंतराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर डायट के छात्र-छात्राओं एवं जनपद के उच्च शिक्षण संस्थानों में आॅनलाइन एवं आॅफलाइन माध्यम से नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। वेबिनार में 150 से अधिक युवाओं ने प्रतिभाग किया। नशा मुक्ति अभियान के तहत जनपद में स्वास्थ्य इकाइयों में नशा मुक्ति की शपथ लेकर नशा मुक्त भारत का संकल्प दोहराया गया। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव से आगाह करते हुए नशीले पदार्थों से दूर रहने का संदेश दिया। नशा मुक्ति अभियान के तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विमल सिंह गुसाईं द्वारा नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मादक पदार्थों के सेवन से बचाव हेतु चलाए जा रहे जागरूकता अभियान व तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तंबाकू निषेध जन जागरूकता गतिविधि को और अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया।