जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास के शà¥à¤•à¥à¤² पकà¥à¤· की पंचमी तिथि को नागपंचमी का परà¥à¤µ मनाया जाता है। इस परà¥à¤µ पर पà¥à¤°à¤®à¥à¤– नाग मंदिरों में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं की à¤à¥€à¥œ उमड़ती है और à¤à¤•à¥à¤¤ नागदेवता के दरà¥à¤¶à¤¨ व पूजा करते हैं। सिरà¥à¤« मंदिरों में ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ घर-घर में इस दिन नागदेवता की पूजा करने का विधान है।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 24 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास के शà¥à¤•à¥à¤² पकà¥à¤· की पंचमी तिथि को नागपंचमी का परà¥à¤µ मनाया जाता है। इस परà¥à¤µ पर पà¥à¤°à¤®à¥à¤– नाग मंदिरों में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं की à¤à¥€à¥œ उमड़ती है और à¤à¤•à¥à¤¤ नागदेवता के दरà¥à¤¶à¤¨ व पूजा करते हैं। सिरà¥à¤« मंदिरों में ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ घर-घर में इस दिन नागदेवता की पूजा करने का विधान है। à¤à¤¸à¥€ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि जो à¤à¥€ इस दिन शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ व à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से नागदेवता का पूजन करता है उसे व उसके परिवार को कà¤à¥€ à¤à¥€ सरà¥à¤ª à¤à¤¯ नहीं होता। इस बार यह परà¥à¤µ 25 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, शनिवार को है। इस दिन नागदेवता की पूजा किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° करें, इसकी विधि इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° है- पूजन विधि नागपंचमी पर सà¥à¤¬à¤¹ जलà¥à¤¦à¥€ उठकर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ आदि करने के बाद सबसे पहले à¤à¤—वान शंकर का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करें इसके बाद नाग-नागिन के जोड़े की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ (सोने, चांदी या तांबे से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤) के सामने यह मंतà¥à¤° बोलें- अननà¥à¤¤à¤‚ वासà¥à¤•à¤¿à¤‚ शेषं पदà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ च कमà¥à¤¬à¤²à¤®à¥à¥¤ शंखपाल धृतराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤‚ तकà¥à¤·à¤•à¤‚ कालियं तथा।। à¤à¤¤à¤¾à¤¨à¤¿ नव नामानि नागानां च महातà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤®à¥à¥¤ सायंकाले पठेनà¥à¤¨à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤¤:काले विशेषत:।। तसà¥à¤®à¥ˆ विषà¤à¤¯à¤‚ नासà¥à¤¤à¤¿ सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° विजयी à¤à¤µà¥‡à¤¤à¥à¥¤à¥¤ इसके बाद पूजा व उपवास का संकलà¥à¤ª लें। नाग-नागिन के जोड़े की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को दूध से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करवाà¤à¤‚। इसके बाद शà¥à¤¦à¥à¤§ जल से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कराकर गंध, फूल, धूप, दीप से पूजा करें व सफेद मिठाई का à¤à¥‹à¤— लगाà¤à¤‚। यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें- सरà¥à¤µà¥‡ नागा: पà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¤¾à¤‚ मे ये केचितॠपृथिवीतले।। ये च हेलिमरीचिसà¥à¤¥à¤¾ येनà¥à¤¤à¤°à¥‡ दिवि संसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¾à¥¤ ये नदीषॠमहानागा ये सरसà¥à¤µà¤¤à¤¿à¤—ामिन:। ये च वापीतडागेषॠतेषॠसरà¥à¤µà¥‡à¤·à¥ वै नम:।। पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के बाद नाग गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° का जप करें- ऊठनागकà¥à¤²à¤¾à¤¯ विदà¥à¤®à¤¹à¥‡ विषदनà¥à¤¤à¤¾à¤¯ धीमहि तनà¥à¤¨à¥‹ सरà¥à¤ª: पà¥à¤°à¤šà¥‹à¤¦à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¥¤ इसके बाद सरà¥à¤ª सूकà¥à¤¤ का पाठकरें बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥‹à¤•à¥à¤·à¥ ये सरà¥à¤ªà¤¾: शेषनाग पà¥à¤°à¥‹à¤—मा:। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤²à¥‹à¤•à¥‡à¤·à¥ ये सरà¥à¤ªà¤¾: वासà¥à¤•à¤¿ पà¥à¤°à¤®à¥à¤–ादय:। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ कदà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¯à¤¾à¤¶à¥à¤š ये सरà¥à¤ªà¤¾: मातृà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ परायणा। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ इंदà¥à¤°à¤²à¥‹à¤•à¥‡à¤·à¥ ये सरà¥à¤ªà¤¾: तकà¥à¤·à¤•à¤¾ पà¥à¤°à¤®à¥à¤–ादय:। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ सतà¥à¤¯à¤²à¥‹à¤•à¥‡à¤·à¥ ये सरà¥à¤ªà¤¾: वासà¥à¤•à¤¿à¤¨à¤¾ च रकà¥à¤·à¤¿à¤¤à¤¾à¥¤ नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ मलये चैव ये सरà¥à¤ªà¤¾: करà¥à¤•à¥‹à¤Ÿà¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤–ादय:। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ पृथिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚चैव ये सरà¥à¤ªà¤¾: ये साकेत वासिता। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ सरà¥à¤µà¤—à¥à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤·à¥ ये सरà¥à¤ªà¤¾: वसंतिषॠसंचà¥à¤›à¤¿à¤¤à¤¾à¥¤ नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥‡ वा यदिवारणà¥à¤¯à¥‡ ये सरà¥à¤ªà¤¾ पà¥à¤°à¤šà¤°à¤¨à¥à¤¤à¤¿ च। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ समà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¥€à¤°à¥‡ ये सरà¥à¤ªà¤¾ ये सरà¥à¤ªà¤¾ जलवासिन:। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ रसातलेषॠया सरà¥à¤ªà¤¾: अननà¥à¤¤à¤¾à¤¦à¤¿ महाबला:। नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡à¤à¥à¤¯: सरà¥à¤ªà¥‡à¤à¥à¤¯: सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¾: मम सरà¥à¤µà¤¦à¤¾à¥¤à¥¤ नागदेवता की आरती करें और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बांट दें। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पूजा करने से नागदेवता पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होते हैं और हर मनोकामना पूरी करते है।