गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज में पाà¤à¤š दिवसीय कनà¥à¤¯à¤¾, कौशल अà¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर का रविवार को समापन हो गया।
रिपोर्ट -
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज में पाà¤à¤š दिवसीय कनà¥à¤¯à¤¾, कौशल अà¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर का रविवार को समापन हो गया। इस शिविर में राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, पंजाब व हरियाणा के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ जिलों की बहिनें à¤à¤¾à¤—ीदारी की। à¤à¥‡à¤‚ट परामरà¥à¤¶ के कà¥à¤°à¤® में संसà¥à¤¥à¤¾ की गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤–दà¥à¤µà¤¯ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ व शैलदीदी ने कहा कि नारी अब पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में आ गयी है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अबला नहीं कहा जा सकता। नारियाठपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में आगे बॠरही है। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इतिहास से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेकर आगे बà¥à¤¨à¥‡ के साथ नये समाज की संरचना करने को à¤à¥€ तैयार होना चाहिà¤à¥¤ शिविर के समापन सतà¥à¤° को संबोधित करते हà¥à¤ शांतिकà¥à¤‚ज महिला मणà¥à¤¡à¤² की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ यशोदा शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर अपने अंदर छà¥à¤ªà¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ को जागà¥à¤°à¤¤ करने à¤à¤µà¤‚ आंतरिक ऊरà¥à¤œà¤¾ को सà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ करने की विधा का नाम है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सैदà¥à¤§à¤¾à¤‚तिक व वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के माधà¥à¤¯à¤® से जो पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिये गये, उसे जीवन में अपनाने से महानता की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° हो सकते हैं। महानता अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ आंतरिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का परिषà¥à¤•à¤¾à¤° के साथ विनमà¥à¤°à¤¤à¤¾ होनी चाहिà¤à¥¤ इससे पूरà¥à¤µ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ शेफाली पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आतà¥à¤® निरà¥à¤à¤° बनाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पर बल दिया। पाà¤à¤š दिन तक चले इस पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर में सफल जीवन की दिशाधारा, किशोरावसà¥à¤¥à¤¾ और आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जीवनशैली, जीवन लकà¥à¤·à¥à¤¯, जीवन निरà¥à¤®à¤¾à¤£ का विजà¥à¤žà¤¾à¤¨,करà¥à¤®à¤«à¤² का सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त, à¤à¤¾à¤µà¥€ माता और उसके उतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¤à¥à¤µ, सà¥à¤®à¤°à¤£ शकà¥à¤¤à¤¿ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के उपाय, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संरकà¥à¤·à¤£, संसà¥à¤•à¤¾à¤° परंपरा सहित चौबीस सतà¥à¤° में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों पर विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ जानकारी दी गयी। शिविर को डॉ. गायतà¥à¤°à¥€ शरà¥à¤®à¤¾, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अपरà¥à¤£à¤¾ पà¤à¤µà¤¾à¤°, सà¥à¤¶à¥€à¤²à¤¾ अनघोरे, डॉ अलका मिशà¥à¤°à¤¾, धनेशà¥à¤µà¤°à¥€ साहू, नीलम मोटलानी आदि विषय विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने संबोधित किया।