गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार में प्रवेश और परीक्षा के विद्वान पिछले 30 वर्षों से विश्वविद्यालय में अपने सेवाओं से संस्थान को उच्चतम बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में विवरण पत्रिका का कार्य हो या प्रवेश परीक्षा और सेवायोजन जैसे कार्यों पर बेदाग काम करने का जज्बा भौतिक विभाग के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो0 एल0पी0 पुरोहित को जाता है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार में प्रवेश और परीक्षा के विद्वान पिछले 30 वर्षों से विश्वविद्यालय में अपने सेवाओं से संस्थान को उच्चतम बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में विवरण पत्रिका का कार्य हो या प्रवेश परीक्षा और सेवायोजन जैसे कार्यों पर बेदाग काम करने का जज्बा भौतिक विभाग के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो0 एल0पी0 पुरोहित को जाता है। प्रो0 पुरोहित द्वारा संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया के निदेशक भारतीय शिक्षा पद्धति 2020 को लागू करने के लिए नए-नए कार्य किए हैं। आज उन्हीं कार्यो का संस्थान में अध्यापकों को लाभ मिल रहा है। प्रो0 पुरोहित निरन्तर शिक्षण और शोध के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों पर पूर्ण रूचि के साथ कार्य कर रहे हैं। प्रो0 पुरोहित का कहना है कि विश्वविद्यालय में परीक्षा, शिक्षण एवं शोध को एक दूसरे का पूरक बनाने के लिए कार्य करना उनका मूल ध्येय है। प्रो0 पुरोहित के द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और अन्य देश की मानी हुई शिक्षण संस्थाओं के आंकड़ों का सम्प्रेषण और मूल्यांकन किया जाता है। विश्वविद्यालय में दीक्षान्त समारोह हो या शिक्षकों व कर्मचारियों की भर्ती का कार्य हो प्रो0 पुरोहित की सहभागिता सदैव बनी रहती है। उन्होंने प्रशासन का पारदर्शी बनाने के लिए समय-समय पर नए-नए प्रयोग भी किए हैं। जिस तरह से कर्मचारियों के रिक्रूटमेंट रूल भी बनाए हैं जो आज विश्वविद्यालय में लागू हैं। वर्तमान प्रशासन द्वारा प्रो0 पुरोहित की कार्यकुशलता को देखते हुए परीक्षा नियंत्रक के पद पर आसीन किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में परीक्षा समय से हों और उनका मूल्यांकन होने के बाद परिणाम समय से घोषित हों। उन्होंने कहा कि परीक्षा कार्यों में नवीन तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा जिसका लाभ छात्र-छात्राओं को अवश्य ही मिलेगा।