बाबूजी ने पूरी जिंदगी संघरà¥à¤· में निकाल दी।रामलला के लिठअपना पूरा जीवन समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया।शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® मंदिर बनने से वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से अधूरा पड़ा बाबूजी का सपना आज साकार हो गया है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
बाबूजी ने पूरी जिंदगी संघरà¥à¤· में निकाल दी। रामलला के लिठअपना पूरा जीवन समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया।शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® मंदिर बनने से वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से अधूरा पड़ा बाबूजी का सपना आज साकार हो गया है। दà¥à¤– इस बात का à¤à¥€ है कि बाबूजी à¤à¥‚मि पूजन में शामिल नहीं हो सके। यह कहते हà¥à¤ पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ सिंह (बाबूजी) की पतà¥à¤¨à¥€ रामवती देवी खà¥à¤¶à¥€ से à¤à¥‚म उठीं। उनके गांव मढ़ौली में बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को जशà¥à¤¨ का माहौल था।रामवती ने लोगों को मिठाई बांटी।रामवती ने कहा, बाबूजी के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ काल में विवादित ढांचा गिरा था।इसकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ लेते हà¥à¤ बाबूजी ने कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ को लात मार दी थी।रामलाल मंदिर बनवाने के लिठबड़ा तà¥à¤¯à¤¾à¤— किया।ढांचा गिरने के बाद मैं बेटी पà¥à¤°à¤à¤¾ वरà¥à¤®à¤¾ व दामाद डॉ. अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° के साथ अयोधà¥à¤¯à¤¾ गई थी।वहां नजदीक से मलबे को देखा था।बाबूजी का तà¥à¤¯à¤¾à¤— और मंदिर के लिठमेहनत आज आखिर रंग लाई है।उनका सपना साकार होते देख मेरी à¤à¥€ तमनà¥à¤¨à¤¾ पूरी हो गई।मन सिरà¥à¤« à¤à¤• ही मलाल रह गया कि बाबूजी अयोधà¥à¤¯à¤¾ में होने वाले à¤à¥‚मि पूजन में शामिल नहीं हो सके।मंदिर बनने से à¤à¤—ड़े फसाद समापà¥à¤¤ हो जाà¤à¤‚गे।शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® मंदिर शांति का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• बनेगा।