Latest News

गैरसैंण मध्य हिमालय उत्तराखंड की भौगोलिक दूरियों का केंद्र स्थल राजनीतिक स्वार्थ के चलते उत्तराखंड से उत्तरांचल


गैरसैंण मध्य हिमालय उत्तराखंड की भौगोलिक दूरियों का केंद्र स्थल राजनीतिक स्वार्थ के चलते उत्तराखंड से उत्तरांचल और फिर उत्तराखंड बने आज 20 साल पुराने राज्य की हृदय स्थली पेशावर कांड के प्रसिद्ध सेनानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की जन्म स्थली गैरसैंण एक ऐसा नाम है।

रिपोर्ट  - à¤¸à¤¤à¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ भट्ट उत्तराखंड क्रांति दल हरिद्वार।

हरिद्वार- गैरसैंण मध्य हिमालय उत्तराखंड की भौगोलिक दूरियों का केंद्र स्थल राजनीतिक स्वार्थ के चलते उत्तराखंड से उत्तरांचल और फिर उत्तराखंड बने आज 20 साल पुराने राज्य की हृदय स्थली पेशावर कांड के प्रसिद्ध सेनानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की जन्म स्थली गैरसैंण एक ऐसा नाम है जो अपनी आन बान और शान का प्रतीक है। फिर भला ऐसा कैसे सोच सकते हैं कि पहाड़ का आम आदमी अपनी पहचान को देहरादून के नाम पर सौदा करने को तैयार हो जाएगा। रमाशंकर कौशिक समिति का आंकलन था कि गैरसैंण राजधानी के लिए सर्वाधिक उचित स्थान है फिर दीक्षित आयोग की रिपोर्ट के अनुसार भी सबसे ज्यादा जनमत गैरसैंण के पक्ष में था। इतिहास गवाह है कि राज्य निर्माण से पूर्व गैरसैंण का नाम राजधानी के लिए निर्विवाद रूप से सामने आया। 25 जुलाई सन 1992 को गैरसैंण में राजधानी का औपचारिक उदधाटन किया गया था। आज उत्तराखंड बने 20 साल हो गए हैं लेकिन इन 20 सालों में उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बीजेपी व कांग्रेस पार्टी नहीं बना पाई। राजधानी गैरसैंण के लिए अपनी शहादत देने वाले बाबा मोहन उत्तराखंडी की शहादत दिवस पर माननीय हरीश रावत जी मुख्यमंत्री माननीय त्रिवेंद्र सिंह रावत जी को खोजने गैरसैंण गए हुए हैं। उत्तराखंड क्रांति दल आज संकल्प लेती है कि जब तक उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसैंण नहीं बन जाती तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी का कोई औचित्य नहीं है एक राज्य एक राजधानी होनी चाहिए । जब गैरसैंण में इतना खूबसूरत विधानसभा भवन बनकर तैयार है तो फिर रायपुर देहरादून में विधानसभा भवन बनाने का क्या कारण है गैरसैंण पर किसी भी तरह की राजनीतिक नहीं होनी चाहिए। सभी को मिलजुलकर स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाने की ठोस रणनीति होनी चाहिए । जिसे उत्तराखंड का चौतरफा विकास हो।

Related Post