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मधुसूदन आर्य ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर लोकसभा के आगामी सत्र में जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने का आग्रह किया है।


ऑल इंडिया सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर मधुसूदन आर्य ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर लोकसभा के आगामी सत्र में जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने का आग्रह किया है। मधुसूदन आर्य का नवंबर 2019 में लोकसभा में भाजपा सांसद अजय भट्ट ने 'छोटे परिवार को अपनाकर जनसंख्या नियंत्रण' बिल का प्रस्ताव रखा था|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऑल इंडिया सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर मधुसूदन आर्य ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर लोकसभा के आगामी सत्र में जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने का आग्रह किया है। मधुसूदन आर्य का नवंबर 2019 में लोकसभा में भाजपा सांसद अजय भट्ट ने 'छोटे परिवार को अपनाकर जनसंख्या नियंत्रण' बिल का प्रस्ताव रखा था| दिसंबर 2019 से ही देश भर में नागरिकता कानून पर मचे बवाल के बीच सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने पर विचार शुरू कर दिया था तथा पिछले साल के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में “जनसंख्या विस्फोट” शब्द का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बहस को वापस सुर्खियों में ला दिया। उन्होने कहा नरेंद्र मोदी साहसिक निर्णय लेने में अपनी अलग पहचान रखते है| अपनी इसी विशिष्ट निर्णय शक्ति के लिए प्रधामन्त्री नरेंद्र मोदी जाने जाते है | राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश का बेहतरीन विकास के लिए देश कि जनसंख्या को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है| राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा जनसंख्या वृद्धि पर काबू पाना किसी भी सरकार के लिए सरल नहीं होता। अलग-अलग देशों में देशकाल और परिस्थितियों के अनुसार जनसंख्या वृद्धि के अलग-अलग कारण होते हैं| जहां तक भारत में जनसंख्या वृद्धि का सवाल है, तो इसके भी कई कारण हैं, लेकिन वर्तमान में इसका सबसे बड़ा कारण देश की कुल जनसंख्या में 60 प्रतिशत से ज्यादा युवाओं का होना है| जाहिर है, जिस देश में साठ प्रतिशत से ज्यादा प्रजनन आयु समूह के युवा होंगे, वहां आप फर्टिलिटी को कम करने की चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, जनसंख्या बढ़ती रहेगी| यह जरूरी नहीं कि किसी देश में तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है, तो इससे बड़ी मुश्किलें खड़ी हो जायेंगी| हां, कुछ मुश्किलें जरूर होती हैं, लेकिन, असल मसला जनसंख्या वृद्धि का नहीं, बल्कि उस जनसंख्या के हिसाब से संतुलित विकास का है| अगर भारी जनसंख्या के बावजूद हम सभी तक सारी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाते हैं, तो हमें वह भारी जनसंख्या कहीं से भी मुश्किल में नहीं डाल सकती और यह हमारी सफलता होगी, लेकिन अगर बहुत कम जनसंख्या होते हुए भी हम सभी तो एक भी सुविधा नहीं पहुंचा पाते हैं, तो यह हमारी विफलता होगी| ऑल इंडिया सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के जगदीश पाहवा, डॉ0 ए0के0 गुप्ता, वी0के0 अग्रवाल, के0एल0 गुप्ता, आर0के0 भटनागर, जगदीश बावला, कांती, नरेन्द्र बंसल, आर0बी0 माथुर, विनोद कुमार अग्रवाल, कमला, डी0के0 पांडे, सुशीला श्रीवास्तव, वी0के0 आर्य इत्यादि ने आशा व्यक्त की, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा के आगामी सत्र में जनसंख्या नियंत्रण बिल लाएँगे|

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