परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने विशà¥à¤µ मानवतावादी दिवस के अवसर पर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मानवतावादी दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ अपनाने का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि अगर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मानवीय नहीं होेती तो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का नजारा कà¥à¤› और होता।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 19 अगसà¥à¤¤à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने विशà¥à¤µ मानवतावादी दिवस के अवसर पर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मानवतावादी दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ अपनाने का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि अगर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मानवीय नहीं होेती तो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का नजारा कà¥à¤› और होता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हमें अपने पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधन और विशेष तौर पर हमारी जल राशियां, पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤µà¤¾à¤¯à¥ आॅकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ देने वाले पेड़-पौधें, पोषण और संरकà¥à¤·à¤£ देने वाली पृथà¥à¤µà¥€ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मानवीय आचरण करना ही होगा। अब तो à¤à¤¸à¤¾ समय आ गया है कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° बचà¥à¤šà¥‡ पैसों को अपने गà¥à¤²à¥à¤²à¤• में समà¥à¤à¤¾à¤² कर रखते हंै वैसे ही जल को समà¥à¤à¤¾à¤²à¤¨à¤¾ होगा अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ वह दिन दूर नहीं जब पानी हमसे दूर हो जायेगा। हम पानी बना तो नहीं सकते कम से कम बचा तो सकते है। आज विशà¥à¤µ फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ दिवस के अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि आज का दिन उन लोगों के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने खास और खूबसूरत दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को तसà¥à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚ में कैद कर उसे हमेशा के लिये यादगार बना दिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥€ यादों में जीना इसलिये फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ करें परनà¥à¤¤à¥ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ à¤à¤Ÿà¤•à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये नहीं बलà¥à¤•à¤¿ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगाने के लिये करें। फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹, उमंग à¤à¤°à¤¨à¥‡ वाली हो इसमें à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¥ƒà¤¤à¤¿ के दरà¥à¤¶à¤¨ हो। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि विगत कà¥à¤› महीनों से पूरा विशà¥à¤µ à¤à¤• अदृशà¥à¤¯ वायरस के कारण अनेक समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का सामना कर रहा है। इस कोरोना वायरस के कारण अनेक लोगों को अपनी जान à¤à¥€ गवांनी पड़ी साथ ही वैशà¥à¤µà¤¿à¤• अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ लड़खड़ायी हà¥à¤ˆ है, à¤à¤¸à¥‡ में हमने अनेक लोगों से सà¥à¤¨à¤¾ कि जान है तो जहान है परनà¥à¤¤à¥ अब तो मà¥à¤à¥‡ तो लगने लगा है जहान है तो जान है अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ है तो जीवन है, बिना पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के जीवन की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ à¤à¥€ नहीं की जा सकती। à¤à¤¾à¤°à¤¤ तो पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों à¤à¤µà¤‚ मानवीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से समृदà¥à¤§ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है उसके इन गà¥à¤£à¥‹à¤‚ को जीवंत बनायें रखना हम सà¤à¥€ का परम करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। विशà¥à¤µ मानवतावादी दिवस के अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि आज à¤à¤¾à¤°à¤¤ सहित विशà¥à¤µ की à¤à¤• बड़ी आबादी गरीबी में जीवन यापन कर रही है। हमारे पास विकास के कई मॉडल हंै, फिर à¤à¥€ हमारे देश की बड़ी आबादी अनेक अà¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के साथ जीवन जी रही है, इसलिये हमें विकास के à¤à¤¸à¥‡ मॉडल की जरूरत है जो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤°à¥‚प हो। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अपने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° बनाने के लिये हमें विकास का à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ माॅडल चाहिये जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समाज की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को गरिमापूरà¥à¤£ जीवन दे सके, सà¤à¥€ की पहà¥à¤‚च मौलिक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं तक हो और इसके लिये हमें पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के संधारणीय उपà¤à¥‹à¤— पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को गरिमापूरà¥à¤£ जीवन देने, समाज के हर वरà¥à¤— और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के जीवन सà¥à¤¤à¤° में सà¥à¤§à¤¾à¤° करने हेतॠà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सनातन दरà¥à¤¶à¤¨ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ गà¥à¤°à¥€à¤¡ कलà¥à¤šà¤° नहीं नीड कलà¥à¤šà¤° महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ सकता है और इससे कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤•à¤¾à¤°à¥€ राजà¥à¤¯ की संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ à¤à¥€ पूरी हो सकती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद जी à¤à¤• मानवतावादी चिंतक थे, उनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जीवन ही à¤à¤• धरà¥à¤® है। धरà¥à¤® न तो केवल पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में है, न ही धारà¥à¤®à¤¿à¤• सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों में, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने ईशà¥à¤µà¤° का अनà¥à¤à¤µ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कर सकता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद जी के शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में “मेरा ईशà¥à¤µà¤° दà¥à¤–ी, पीड़ित और हर जाति का निरà¥à¤§à¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯ है।†इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गरीबी को ईशà¥à¤µà¤° से जोडकर दरिदà¥à¤°à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ की अवधारणा दी ताकि इससे लोगों को वंचित वरà¥à¤—ों की सेवा के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरूक किया जा सके ताकि गरीबों की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में सà¥à¤§à¤¾à¤° हो सके अतः हम सà¤à¥€ को मिलकर गरीबी और अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ की समापà¥à¤¤à¤¿ तथा गरीबों के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हेतॠकारà¥à¤¯ करना होगा यही तो राषà¥à¤Ÿà¥à¤° सेवा à¤à¥€ है। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· 19 अगसà¥à¤¤ को दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में विशà¥à¤µ मानवतावादी दिवस या विशà¥à¤µ मानवता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन उन लोगों की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में मनाया जाता है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मानवीय उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पूरà¥à¤¤à¤¿ के लिये तथा दूसरों की सहायता हेतॠअपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ की बाजी लगा दी थी। वरà¥à¤· 2003 में इराक की राजधानी बगदाद में 16 अगसà¥à¤¤ को संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पर हमला किया गया था, जिसमें 22 संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° करà¥à¤®à¥€ मारे गठथे। इसके बाद दिसंबर 2008 में संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° महासà¤à¤¾ के 63वें सतà¥à¤° में 19 अगसà¥à¤¤ को विशà¥à¤µ मानवतावादी दिवस के रूप में नामित करने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया गया था। यह दिन दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में मानवीय जरूरतों की ओर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने हेतॠमनाया जाता है।