Latest News

स्थायी राजधानी गैरसैंण हो


दर असल गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग आज की नहीं है बल्कि 60 के दशक में पहली बार इसे स्थायी राजधानी बनाने की मांग उठी थी। ये मांग पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने उठाई थी।

रिपोर्ट  - à¤¸à¤¤à¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ भट्ट उत्तराखंड क्रांति दल हरिद्वार

हरिद्वार - दर असल गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग आज की नहीं है बल्कि 60 के दशक में पहली बार इसे स्थायी राजधानी बनाने की मांग उठी थी। ये मांग पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने उठाई थी। यहीं वजह रहीं कि उत्तराखंड क्रांति दल ने उस दौर में गैरसैंण को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम पर चंद्र नगर रखा था। उत्तर प्रदेश से अलग उत्तराखंड बनने के साथ ही उसकी राजधानी गैरसैंण को बनाने की मांग उठने लगी थी, सन् 2000 में राज्य बना और राजधानी गैरसैंण न होकर देहरादून( अस्थाई) बन गई। गैरसैंण में विधानसभा भवन बनकर तैयार है तो फिर रायपुर देहरादून में तीसरी विधानसभा भवन बनाने का क्या कारण है। उत्तराखंड क्रांति दल रायपुर देहरादून में विधानसभा भवन बनने नहीं देगी। रायपुर देहरादून के जंगल को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। एक छोटे से प्रदेश में दो राजधानी और तीन विधानसभा भवन ये शहिदों, आंदोलनकारियों, मां- बहनों का अपमान होगा। गैरसैंण को अति शीघ्र स्थायी राजधानी घोषित किया जाय। 2022 में उत्तराखंड क्रांति दल की सरकार बनते ही सभी गांवों को सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, युवाओं को रोजगार हर गांव में बैंक खेल के मैदान तथा हर क्षेत्रों में टेक्निकल कॉलेज तथा आईटीआई कॉलेज उत्तराखंड क्रांति दल करेगी।

Related Post