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चमोली में बादल फटने के कारण पंचायत भवन क्षतिग्रस्त,पांच लोग मलवे की चपेट में एक व्यक्ति की मौत


जनपद में विगत सोमवार रात्रि को तहसील पोखरी के ताली कन्सारी गांव में बादल फटने के कारण पंचायत भवन के ऊपरी हिस्से में मलवा आने से भवन क्षतिग्रस्त हो गया। इस भवन में निवास कर रहे पांच लोग मलवे की चपेट में आ गए। जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हुए है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 25 अगस्त,2020, जनपद में विगत सोमवार रात्रि को तहसील पोखरी के ताली कन्सारी गांव में बादल फटने के कारण पंचायत भवन के ऊपरी हिस्से में मलवा आने से भवन क्षतिग्रस्त हो गया। इस भवन में निवास कर रहे पांच लोग मलवे की चपेट में आ गए। जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हुए है। आपदा कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम ताली कंसारी मोटर मार्ग के निर्माण में लगे जेई एवं मजदूर भवन क्षतिग्रस्त होने से मलवे की चपेट में आ गए। घायलो को सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र पोखरी लाया गया। जहाॅ जेई मयंक सेमवाल पुत्र सतीश चन्द्र उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम बैनोली तिलवाडा जिला रूद्रप्रयाग की मौत हो गई। जबकि अनिल नेगी पुत्र वीरेन्द्र सिंह उम्र 25 वर्ष ग्राम नौली तहसील पोखरी, जयपाल सिंह पुत्र जोगीराम उम्र 31 वर्ष जिला सिरमोर हिमाचल प्रदेश, रमेश राणा पुत्र चंचल उम्र 24 वर्ष जिला बरदिया नेपाल तथा कुलविन्दर सिंह पुत्र बलबीर सिंह उम्र 40 वर्ष निवासी बिजनौर यूपी घायल हुए है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोखरी में घायलों का इलाज चल रहा है। विगत रात्रि को तहसील चमोली क्षेत्रान्तर्गत सबसे ज्यादा 87.4 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। जबकि तहसील जोशीमठ में 6.6 मिमी, कर्णप्रयाग में 8.5 मिमी, पोखरी में 50.0 मिमी, थराली में 21.0 मिमी, गैरसैंण में 27.0 मिमी तथा घाट मंे 30.0 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। जिले की प्रमुख नदियों में अलकनन्दा नदी का जल स्तर खतरे के निशान 957.42 मी0 के सापेक्ष 954.30 मी0, नन्दाकिनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान 871.50 मी0 के सापेक्ष 868.40 मी0 तथा पिण्डर नदी का जल स्तर खतरे के निशान 773.00 मी0 के सापेक्ष 769.14 मी0 के स्तर पर बह रही हैं। ये सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है। जिले में भारी बारिश के कारण बाजपुर, कुहेड, क्षेत्रपाल, छिनका, पागलनाला, भनेरपानी में अवरूद्व हुए बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए सामान्य कर दिया गया है। प्रमुख मोटर मार्ग कर्णप्रयाग-ग्वालदम, कर्णप्रयाग-गैरसैंण तथा जोशीमठ-मलारी भी यातायात के लिए सुचारू है। मण्डल-चोपता मोटर यातायात के लिए अभी बाधित है। बारिश के कारण 28 ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरूद्व हुए थे जिसमें से 12 सड़को पर यातायात सुचारू किया जा चुका है जबकि अन्य मार्गो से मलवा हटाने का काम जारी है। बद्रीनाथ धाम की यात्रा सुचारू है। सोमवार को 94 तीर्थयात्री बद्रीनाथ पहुॅचे। अभी तक कुल 10245 तीर्थयात्री भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर चुके है।

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