हेमवती नंदन बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ गà¥à¤µà¤¾à¤² विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र के राजनीतिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के सà¤à¤¾à¤—ार में जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° व अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 370 à¤à¤µà¤‚ सामाजिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में शोध की वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ विषय पर वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से आठपà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° हरीश कà¥à¤®à¤¾à¤° ठाकà¥à¤° ने दिà¤à¥¤
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¤Ÿ धिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
आज दिनांक 9 सितंबर 2019 को हेमवती नंदन बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ गà¥à¤µà¤¾à¤² विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र के राजनीतिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के सà¤à¤¾à¤—ार में पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° हरीश कà¥à¤®à¤¾à¤° ठाकà¥à¤° ने जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° के इतिहास की जानकारी देते हà¥à¤ कहा कि कशà¥à¤®à¥€à¤° समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान संविधान के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सरकार के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है जिसके तहत 2 केंदà¥à¤° शासित पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया गया है यह समाधान कशà¥à¤®à¥€à¤° के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को रोजगार व बेहतर शिकà¥à¤·à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नागरिकों को à¤à¥€ अपने पकà¥à¤· में किया जा सकता है । पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° हरीश कà¥à¤®à¤¾à¤° ठाकà¥à¤° ने अपने दूसरे वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ सामाजिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में शोध की वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ विषय पर दिया वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ को समाज विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में उसी तरह पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सिदà¥à¤§ कर ही लागू किया जाता है जिस तरह विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के विषयों में होता है वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ में मिथà¥à¤¯à¤¾ व पौराणिक कथाओं को न लेकर लोगों से मिलकर किसी समाधान पर पहà¥à¤‚चा जाता है तà¤à¥€ समाज विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में बेहतर शोध हो सकता है विà¤à¤¾à¤— के विà¤à¤¾à¤— अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° à¤à¤®à¤à¤® सेमवाल ने कहा कि कशà¥à¤®à¥€à¤° के इस समाधान का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया जाना चाहिठलेकिन अब केवल इसी से समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान नहीं हो जाà¤à¤—ा बलà¥à¤•à¤¿ अब सरकार को विकास लोगों तक पहà¥à¤‚चाना होगा शिकà¥à¤·à¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ रोजगार के नयें अवसर, बेहतर जीवन सà¥à¤¤à¤° से कशà¥à¤®à¥€à¤° के लोगों को सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ देनी होगी ताकि व वे à¤à¥€ इस निरà¥à¤£à¤¯ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर पाठकारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शोध छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° हरीश ठाकà¥à¤° के मधà¥à¤¯ सकारातà¥à¤®à¤• परिचरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ और शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने सवालों को उठाया जिनका जवाब पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° ठाकà¥à¤° ने दिया इस वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ में समाज विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ संकाय के सà¤à¥€ विषयों के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ व शोध छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया।