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कोरोना काल मे मातृ भाषा के विकास में अनूठी पहल


जबकि सम्पूर्ण विश्व भयानक महामारी का चपेट में आया है ऐसे में विषम परिस्थितियों में सकारात्मक और जुझारू सोच रखने वाले राजकीय इण्टर कॉलेज भोगपुर, हरिद्वार के हिन्दी प्रवक्ता डॉ सतीश कुमार शास्त्री ने हिन्दी के विकास की एक अनूठी योजना बनाई। दिनांक 01.09.2020 से 15.09.2020 तक हिन्दी पखवाड़े को (अंतरराष्ट्रीय वेब हिन्दी पखवाड़े) के रूप में मनाने का निश्चय लिया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 30.8.2020। अगर कुछ अलग करने का जज़्बा हो तो सब कुछ सम्भव है। जबकि सम्पूर्ण विश्व भयानक महामारी का चपेट में आया है ऐसे में विषम परिस्थितियों में सकारात्मक और जुझारू सोच रखने वाले राजकीय इण्टर कॉलेज भोगपुर, हरिद्वार के हिन्दी प्रवक्ता डॉ सतीश कुमार शास्त्री ने हिन्दी के विकास की एक अनूठी योजना बनाई। दिनांक 01.09.2020 से 15.09.2020 तक हिन्दी पखवाड़े को (अंतरराष्ट्रीय वेब हिन्दी पखवाड़े) के रूप में मनाने का निश्चय लिया। और 15 दिनों तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग अलग कार्यक्रमो का आयोजन करने की योजना तैयार की। तथा देश विदेश के प्रखर विद्वानों को एक मंच पर जोडकर नई मिशाल कायम की। दिनांक 01 सितम्बर को प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश जी महाराज द्वारा मुख्य अतिथि माननीया श्रीमती पद्मजा भारतीय उच्चायुक्त सूवा फीज़ी द्वारा सारस्वत अतिथियों के रूप डॉ कुलदीप महुआ जयपुर, डॉ श्रीराम परिहार खण्डवा,म.प्र. तथा डॉ वासुदेवन शेष चेन्नई तमिलनाडु द्वारा की जाएगी। द्वितीय दिवस विश्व का प्रथम अंतरराष्ट्रीय बाल कवि सम्मेलन भारत और फीज़ी के माध्यमिक स्तर के छात्रों द्वारा किया जाएगा। तृतीय दिवस केन्द्रीय हिन्दी संस्थान आगरा उ.प्र. के उपाध्यक्ष अनिल जोशी की अध्यक्षता में (प्रवासी भारतीयों का हिन्दी में योगदान) विषय पर आस्ट्रेलिया, फीज़ी और सिंगापुर के विद्वानों द्वारा उद्बोधन किया जायेगा। चतुर्थ दिवस में भारत के (हरियाणा,राजस्थान,चेन्नई) तथा कनाडा के माध्यमिक स्तर के छात्रों द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। पंचम दिवस में फ़िल्म टुडे प्रा.लि.मुम्बई के निदेशक श्याम आर सिंघानिया की अध्यक्षता में (भारतीय सिनेमा का हिन्दी में योगदान) विषय पर उच्च स्तरीय फ़िल्म निमार्ता,निर्देशक तथा लेखकों द्वारा उद्बोधन किया जायेगा। षष्ठम दिवस अंतरराष्ट्रीय शिक्षक कवि सम्मेलन भारत,आस्ट्रेलिया,फीज़ी तथा न्यूज़ीलैण्ड के हिन्दी शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। सप्तम दिवस (अंतरराष्ट्रीय हिन्दी शिक्षा विभाग) भारत तथा फीज़ी शिक्षा /राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। अष्टम दिवस अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन भारत,बेल्जियम,जर्मनी,कनाडा,रूस के उच्च स्तरीय कवियों द्वारा काव्यपाठ किया जाएगा। नवम दिवस यूनिवर्सीटी ऑफ फीज़ी के संस्थापक तथा आर्य प्रतिनिधि सभा फीज़ी के संरक्षक प.भुवनदत्त की अध्यक्षता तथा मुख्य अतिथि डा रूपकिशोर शास्त्री कुलपति गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार तथा आर्य जगत के वरिष्ठ विद्वानों द्वारा (आर्य समाज का हिन्दी में योगदान) विषय पर उद्बोधन किया जाएगा। दशम दिवस अंतरराष्ट्रीय लोक गीत सम्मेलन में भारत,आस्ट्रेलिया तथा फीज़ी के उच्च स्तरीय गायकों द्वारा लोकगीत की प्रस्तुति की जाएगी। ग्यारवा दिवस सी.सी.आर.टी. दिल्ली के पूर्व निदेशक श्री गिरीश चन्द्र जोशी जी की अध्यक्षता में (हिन्दी के विकास में रामचरित्र मानस का योगदान) विषय पर उच्चस्तरीय विद्वानों द्वारा उद्बोधन किया जाएगा। बारहवा दिवस अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन भारत तथा फीज़ी के विद्वत शिक्षा संतो द्वारा उद्बोधन किया जाएगा।तेहरवा दिवस अंतरराष्ट्रीय भजन सम्मेलन भारत,आस्ट्रेलिया और फीज़ी के कलाकारों द्वारा भजनों का आयोजन किया जाएगा। चौदवा दिवस हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में हिन्दू कॉलेज दिल्ली के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं गगनांचल पत्रिका के पूर्व सम्पादक डॉ हरीश नवल जी की अध्यक्षता में देश विदेश के प्रखर विद्वानों द्वारा उद्बोधन किया जाएगा। पन्द्रहवा यानि समापन दिवस पर भारतीय संस्कृति संबद्ध परिषद द्वारा संचालित गगनांचल के संपादक डॉ आशीष कंधवे जी की अध्यक्षता में देश विदेश के विशिष्ठ जनों द्वारा आयोजन का समापन किया जायेगा। यह आयोजन (भारतीय संस्कृति सेवार्थ न्यास अलावलपुर,हरिद्वार तथा कोमिनिटी रेडियो फेडरेशन नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में किया जाएगा।

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