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उत्तराखण्ड में लगभग 1 लाख 20 हजार गिलोय की वितरित


आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस ‘जड़ी-बूटी दिवस’ से 1 सप्ताह पूर्व उत्तराखण्ड में चलाया गया 1 लाख गिलोय वितरण एवं रोपण अभियान अपार सफलता के साथ अनावरत रूप से चल रहा है। इसी क्रम में कल दादूबाग आश्रम, कनखल में भाई राकेश जी के नेतृत्व में गिलोय वितरण कार्यक्रम रखा गया। इस अवसर पर भाई राकेश जी ने कहा कि गिलोय वितरण अभियान को अपार सफलता मिली है तथा निर्धारित लक्ष्य से कहीं अधिक (लगभग 1 लाख 20 हजार) गिलोय वितरित की जा चुकी है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, 31 अगस्त। आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस ‘जड़ी-बूटी दिवस’ से 1 सप्ताह पूर्व उत्तराखण्ड में चलाया गया 1 लाख गिलोय वितरण एवं रोपण अभियान अपार सफलता के साथ अनावरत रूप से चल रहा है। इसी क्रम में कल दादूबाग आश्रम, कनखल में भाई राकेश जी के नेतृत्व में गिलोय वितरण कार्यक्रम रखा गया। इस अवसर पर भाई राकेश जी ने कहा कि गिलोय वितरण अभियान को अपार सफलता मिली है तथा निर्धारित लक्ष्य से कहीं अधिक (लगभग 1 लाख 20 हजार) गिलोय वितरित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के चलते वैसे तो गिलोय वितरण का यह कार्यक्रम पूरे देश के 600 जिलों में, 5000 से अधिक तहसीलों व 1 लाख से अधिक गाँवों में चलाया गया परन्तु हमने विशेष रूप से उत्तराखण्ड के चार जिलों यथा- हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश, देहरादून में 1 लाख गिलोय वितरण का लक्ष्य रखा था जिसे चारों जिला इकाइयों के कर्मठ भाई-बहनों व नागरिकों की जागरूकता के चलते अपार सफलता मिली है। इस अभियान के तहत प्रदेश के चारों जिलों के सैकड़ों गाँवों, कस्बों तथा शहरी क्षेत्रों में जाकर गिलोय वितरण तथा रोपण अभियान चलाया गया। पूज्य स्वामी जी महाराज तथा पूज्य आचार्य जी महाराज के अथक प्रयासों से आज पूरा उत्तराखण्ड ही नहीं, पूरा देश ही नहीं अपितु पूरा विश्व गिलोय के औषधीय गुणों के विषय में जानता है। आयुर्वेद को पूर्ण औषधी का दर्जा दिलाने हेतु यह एक सार्थक पहल है। इस अवसर पर भाई राकेश ने कहा कि हाल ही में गिलोय पर अमेरिका में लगभग 800 प्रयोग हुए हैं जिनसे निष्कर्ष निकला है कि गिलोय मानव शरीर को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि करता है। कोरोना जैसी महामारी में भी हम गिलोय का काढ़ा पीकर स्वयं को संक्रमण से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि शरीर का ऐसा कोई भी अंग नहीं जिस पर गिलोय का सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। सामान्य सर्दी, जुकाम, बुखार में भी गिलोय का काढ़ा उत्तम औषधी है। पतंजलि की आगामी योजना व उद्देश्य है कि भारत के प्रत्येक घर में गिलोय का पौधा लगाया जाए।

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