आज शिकà¥à¤·à¤• दिवस के अवसर पर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ à¤à¤•à¤¤à¤¾ परिषदॠउतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अपनी उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹ से à¤à¤• अलग पहचान बनाने वाले शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। कोरोना महामारी के कारण à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जारी गाइड लाइन का पालन करते हà¥à¤ कोई बड़ा आयोजन न कर परिषद के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पं. मनोज गौतम à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ संयोजक पं. बालकृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के कारà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤² à¤à¤µà¤‚ उनके निवास पर जाकर अंगवसà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤µà¤‚ पारितोषिक देकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°,5 सितमà¥à¤¬à¤° 2020। आज शिकà¥à¤·à¤• दिवस के अवसर पर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ à¤à¤•à¤¤à¤¾ परिषदॠउतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अपनी उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹ से à¤à¤• अलग पहचान बनाने वाले शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। कोरोना महामारी के कारण à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जारी गाइड लाइन का पालन करते हà¥à¤ कोई बड़ा आयोजन न कर परिषद के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पं. मनोज गौतम à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ संयोजक पं. बालकृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के कारà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤² à¤à¤µà¤‚ उनके निवास पर जाकर अंगवसà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤µà¤‚ पारितोषिक देकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया। समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किये जाने वाले शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¥‹. देवी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी माननीय कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, डॉ. पà¥à¤°à¥‡à¤® चनà¥à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤µà¤‚ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ अकादमी, डॉ. निरंजन मिशà¥à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ à¤à¤—वानदास संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, डॉ. अरविनà¥à¤¦ नारायण मिशà¥à¤° उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¤µà¤‚ डॉ. रजनीकानà¥à¤¤ शà¥à¤•à¥à¤² पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ बालà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ बीà¤à¤šà¤ˆà¤à¤² पà¥à¤°à¤®à¥à¤– थे। इस मौके पर माननीय कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ देवी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी ने कहा कि शिकà¥à¤·à¤¾ जीवन-निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की कला है। इसका वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प यही है। यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ इस सà¥à¤µà¤°à¥‚प में à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•à¥€, रसायन चिकितà¥à¤¸à¤¾, वासà¥à¤¤à¥à¤•à¤²à¤¾ आदि की विविधॠजानकारियाठà¤à¥€ समाविषà¥à¤Ÿ हैं, पर इनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ जीवन की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं का समाधान कर जीवन का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना ही है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में छातà¥à¤° और अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, दोनों के सà¥à¤¤à¤° में गिरावट होने से शिकà¥à¤·à¤¾ का सà¥à¤µà¤°à¥‚प à¤à¥€ धूमिल हो गया है। आज अधिकांश छातà¥à¤° मातà¥à¤° इस उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करते हैं कि किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अचà¥à¤›à¥€-से-अचà¥à¤›à¥€ नौकरी पाकर विलासितापूरà¥à¤£ जीवनयापन करें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि डाॅ0 राधकृषà¥à¤£à¤¨, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शिकà¥à¤·à¤• के रूप में गरिमा और सादगी का परिचय दिया। राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ होने के बाद à¤à¥€ वे अपने को शिकà¥à¤·à¤• ही समà¤à¤¤à¥‡ रहे और 2500 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• का वेतन लेकर शेष 7500 रà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤‚ को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ कोष में देते रहे। इसी तà¥à¤¯à¤¾à¤—वृतà¥à¤¤à¤¿ व आदरà¥à¤¶ शिकà¥à¤·à¤• होने के कारण उनका जनà¥à¤®-दिवस 5 सितमà¥à¤¬à¤° शिकà¥à¤·à¤•-दिवस के साथ अपरिगà¥à¤°à¤¹, आदरà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤à¤¾ के गà¥à¤£à¥‹à¤‚ को अपनाने, विकसित करने की याद दिलाता है। डॉ. पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि शिकà¥à¤·à¤• और शिकà¥à¤·à¤£ के आदरà¥à¤¶ à¤à¤²à¥‡ ही लà¥à¤ªà¥à¤¤à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ हो गठदिखते हों, परनà¥à¤¤à¥ इनकी à¤à¤²à¤•-à¤à¤¾à¤‚की आज à¤à¥€ कà¥à¤› शिकà¥à¤·à¤¾-संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में देखी जा सकती है। शिकà¥à¤·à¤¾ को सारà¥à¤¥à¤• बनाने के लिठआज आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है शिकà¥à¤·à¤£ को पà¥à¤¨à¤ƒ आदरà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ और गरिमामय बनाया जाà¤à¥¤ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पं. मनोज गौतम ने कहा कि अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• आज अपने पवितà¥à¤° अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¨ को à¤à¥à¤²à¤¾ टà¥à¤¯à¥‚शन आदि नाना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के संसाधन जà¥à¤Ÿà¤¾à¤•à¤° धन कमाने के चकà¥à¤•à¤° में पडे़ हैं। इसी कारण वे ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं में पà¥à¤¾à¤¨à¤¾, न तो आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ हैं, न ही अनिवारà¥à¤¯à¥¤ उनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ मातà¥à¤° धन कमाना हो गया है। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ संयोजक पं. बालकृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि आज हम देख ही रहे हैं कि सà¥à¤•à¥‚ल, काॅलेज शिकà¥à¤·à¤¾ के पावन मंदिर न रहकर असामाजिकता के अखाडे़ बन गठहैं। जहाॅ कà¤à¥€ छातà¥à¤° जेब में पेन लेकर पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करता था, आज वहीं पेन के साथ चाकू, पिसà¥à¤¤à¥Œà¤² à¤à¥€ लाने लगा है। जो छातà¥à¤° कà¤à¥€ शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के चरण सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ करने में अपना गौरव समà¤à¤¤à¥‡ थे, आज वही शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ का गला पकड़ने में बहादà¥à¤°à¥€ मानते हैं। अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ जैसी चीजें तो मातà¥à¤° पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ में छिपकर अपनी जान बचाने की सोचने लगी हैं।