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पवन उर्जा को लेकर उत्तराखंड में परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं, इसलिए सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है।


सोमवार को जनपद के घुडदौडी में जीबी पंत अभियांत्रिकी एंव प्रोघोगिकी संस्थान के महात्मा गांधी प्रेक्षागृह में आयोजित इंटरनेशनल आॅनलाइन फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम विषय पर आधारित कार्यक्रम में प्रदेश के काबीना मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की|

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी/दिनांक 7 सितम्बर, 2020, सोमवार को जनपद के घुडदौडी में जीबी पंत अभियांत्रिकी एंव प्रोघोगिकी संस्थान के महात्मा गांधी प्रेक्षागृह में आयोजित इंटरनेशनल आॅनलाइन फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम विषय पर आधारित कार्यक्रम में प्रदेश के काबीना मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए आयोजित कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य बेहतर कार्य कर रहा है। कहा कि देश व दुनिया की जैव विविधता को बनाए रखने में उत्तराखंड की महत्वपूर्ण भूमिका है। आने वाले समय में उत्तराखंड अपनी जैव विविधता के कारण दुनिया का सबसे समृद्ध प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में छात्रों को मेहनत व लगन के साथ कार्य करना होगा। जिससे वह अपनी मंजिल हांसिल कर पाएंगे। काबीना मंत्री डा0 रावत ने जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रोघोगिकी संस्थान घुड़दौड़ी पौड़ी गढ़वाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में कोविड 19 की महामारी से बचने के लिए हर नागरिक को अपना ख्याल रखना होगा। जिससे आगे जाकर वह अन्य कार्यो के प्रति जागरूक हो सके। डाॅ रावत ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में पवन उर्जा को लेकर उत्तराखंड में परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। इसलिए सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है। इस क्षेत्र में 25 किलोवाट से कम क्षमता वाले 270 से अधिक प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। जिनसे 10 हजार लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा। कहा कि छोटी- छोटी जल विधुत परियोजनाओं को भी बेहतर बताया। कहा कि इन परियोजनाओं से विघुत उत्पादन के साथ ही जल संवर्द्धधन भी होता है। छोटी परियोजनाओं से पर्यावरण पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के छात्रों को लगन व मेहनत के साथ कार्य/अध्ययन करने की जरूरत है। जिससे आगे जाकर सफलता मिल सकेगा। कहा कि ज्ञान को प्राप्त करने के लिए कोई भी उम्र नहीं होती है। लक्ष्य बनाते हुए उसे प्राप्त करने की जुनून होना चाहिए। कार्यक्रम समन्वयक डा. आशुतोष गुप्ता ने कहा कि एक सप्ताह तक चलने वाली इस आॅन लाइन कार्यशाला में नवीन माइक्रो मशीन व सोलर इंजीनियरिंग प्रणाली सहित अन्य पर विशेषज्ञ अपनी राय रखेंगे। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो एमपीएस चैहान, एसडीएम सदर एसएस राणा, सीओ सदर वंदना वर्मा, कुलसचिव संदीप कुमार, डा भोला झा, डा सतेंद्र कुमार, डा किरीट सेमवाल, डा संजीव नैथानी, सुरभि आदि मौजूद थे।

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