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बौन्सारी गधेरे के पुनर्जीवन के लिए बनेगी कार्ययोजना राज और समाज के साझा प्रयासों को देंगे बढ़ावा -वन्दना सिंह


जिलाधिकारी वन्दना सिंह ने बौन्सारी गधेरे के पुनर्जीवन के लिए किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया और उसकी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज और समाज के संयुक्त प्रयासों का यह अनुपम उदाहरण है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 07 सितम्बर 2020,बौन्सारी गधेरे के पुनर्जीवन के लिए बनेगी कार्ययोजना राज और समाज के साझा प्रयासों को देंगे बढ़ावा -वन्दना सिंह जिलाधिकारी वन्दना सिंह ने बौन्सारी गधेरे के पुनर्जीवन के लिए किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया और उसकी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज और समाज के संयुक्त प्रयासों का यह अनुपम उदाहरण है। इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इस गधेरे के पूरे जलागम क्षेत्र का व्यापक सर्वेक्षण कर विस्तृत कार्ययोजना बना कर इस कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। बौन्सारी गधेरे पर ग्राम जल संरक्षण-सम्वर्द्धन समिति की सदस्यों ने उनका फूलमालाओं से स्वागत किया। गेंदे के आकर्षक फूलों के स्थानीय उत्पादन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इन फूलों के व्यावसायिक प्रसंस्करण की भी योजना बनाई जानी चाहिए ताकि ग्रामीणों को उनके मूल्यवर्धन द्वारा अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने जल संरक्षण समिति की सदस्यों का माल्यार्पण द्वारा उनका उत्साहवर्द्धन किया। बौन्सारी गधेरे के जलागम विकास के कार्यों का संचालन कर रहे जल संरक्षण-सम्वर्द्धन न्यास के प्रबंध न्यासी रमेश पहाड़ी और सचिव सतेंद्र भण्डारी ने इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि ऊपर नैणी देवी पर्वत शिखर से उद्गमित और नीचे अलकनन्दा में समाहित होने वाले इस गधेरे के ऊपरी भाग में इसके ऊपरी क्षेत्र में जल संग्रहण-संरक्षण के कार्य किये जा रहे हैं। जिस से इसमें तेज ढलानों पर वर्षा जल को रोक कर भूजल भण्डारों के पुनर्भरण हेतु रीचार्ज पिट (खन्तियाँ) और कुछ चेक डैम बनाये जा रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा खाली स्थानों पर वृक्षारोपण भी किया जा रहा है जिसकी प्रगति पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की और उन्हें प्रोत्साहित करने पर बल दिया। महिलाओं ने माँग की कि जल समितियों को एक समूह मानकर उन्हें ऐसे कार्य उपलब्ध कराए जाएं, जिन्हें वे अपने नियमित कृषि कार्यों के साथ अपने परिवार की आर्थिकी ठीक करने में योगदान कर सकें। कुछ बहनों ने सिलाई-बुनाई के काम सीखने, कुछ ने जड़ी-बूटियों व मसालों की खेती जैसे कार्य शुरू करने की माँग की। जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे गधेरे के जलागम का सर्वेक्षण करवा कर इसकी एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर काम को आगे बढाया जाएगा। जिलाधिकारी ने पीपल और बाँज के पेड़ों का रोपण भी किया। इस अवसर पर सिंचाई खण्ड के अधिशासी अभियंता पी एस बिष्ट, सहायक अभियंता संजय रावत जल समिति क्वीली की अध्यक्ष देवेश्वरी देवी, कुरझण की अध्यक्ष बिंदी देवी, ढोंढ़िक की अध्यक्ष मनीषा देवी सही सभी सदस्य उपस्थित रहे।

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