शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦ जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ साकेतवासी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ जी महाराज का 56वां जनà¥à¤®à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ आज à¤à¥€à¤®à¤—ोडा सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€ जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥à¤§à¤¾à¤® के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत अरà¥à¤£à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज के सानिधà¥à¤¯ में जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ जयंती के रूप में धूमधामपूरà¥à¤µà¤• मनाया गया|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 12 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦ जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ साकेतवासी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ जी महाराज का 56वां जनà¥à¤®à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ आज à¤à¥€à¤®à¤—ोडा सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€ जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥à¤§à¤¾à¤® के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत अरà¥à¤£à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज के सानिधà¥à¤¯ में जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ जयंती के रूप में धूमधामपूरà¥à¤µà¤• मनाया गया जिसमें निरà¥à¤®à¤² अखाड़ा के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥‡à¤µ सिंह तथा शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत दामोदरदास ने संत परंपरा को सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का आधार बताते हà¥à¤ संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के चरितà¥à¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेने का आवाहà¥à¤¨ किया। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦ जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ साकेतवासी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ जी महाराज के चितà¥à¤° पर मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ कर उनके संत जीवन के रूप में संघरà¥à¤· à¤à¤µà¤‚ सफलता का वरà¥à¤£à¤¨ करते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥‡à¤µà¤¸à¤¿à¤‚ह ने कहा कि संत महापà¥à¤°à¥à¤· ही सृषà¥à¤Ÿà¤¿ में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का सूतà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¤ करते हैं और सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ जी महाराज ने अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संत समिति के माधà¥à¤¯à¤® से संतों का इतना मजबूत संगठन तैयार किया कि केनà¥à¤¦à¥à¤° तथा राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की सरकारें à¤à¥€ संतों का सानिधà¥à¤¯ पाकर गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ होती थी। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ के दृॠपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ à¤à¤µà¤‚ आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ को परमातà¥à¤®à¤¾ की अदà¥à¤à¥à¤¤ शकà¥à¤¤à¤¿ बताते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उनके शबà¥à¤¦à¤•à¥‹à¤¶ में असंà¤à¤µ नाम का कोई शबà¥à¤¦ नहीं था जिस कारà¥à¤¯ की हामी à¤à¤° देते थे उसे पूरा अवशà¥à¤¯ करते थे। बड़ा अखाड़ा उदासीन के कोठारी महंत दामोदर दास ने जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ साकेतवासी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ के संघरà¥à¤·à¤®à¤¯ संत जीवन को नमन करते हà¥à¤ कहा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने महामंडलेशà¥à¤µà¤° के रूप में उदासीन बड़ा अखाड़ा को जो गौरव पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया सदा पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ रहेगा। धरà¥à¤® सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾, पà¥à¤¨à¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने में उनकी महारत को यà¥à¤µà¤¾ संतों के लिठअनà¥à¤•à¤°à¤£à¥€à¤¯ बताते हà¥à¤ कहा कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सà¤à¥€ तीरà¥à¤¥à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ पर अपने गà¥à¤°à¥à¤†à¤‚े के सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ दिवस आयोजित कर राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ को जो संबल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया संत समाज सदैव उनका समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• सà¥à¤®à¤°à¤£ करता रहेगा। शà¥à¤°à¥€ जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ धाम के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत अरà¥à¤£ दास महाराज ने संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन करते हà¥à¤ कहा कि पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ ने धरà¥à¤® संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ समाजसेवा के जिन सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ की आधारशिला रखी थी उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से उनका संचालन किया जा रहा है। शà¥à¤°à¥€ जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ धाम के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ सेवकों से मिल रहे सहयोग के लिठसाधà¥à¤µà¤¾à¤¦ देते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ à¤à¤²à¥‡ ही पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· रà¥à¤ª में हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी à¤à¤—वत कृपा का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ हम सब को परमपिता परमातà¥à¤®à¤¾ के सानिधà¥à¤¯ से अà¤à¤¿à¤¸à¤¿à¤‚चित कर रहा है। जयंती समारोह को पूरà¥à¤µ पालिका अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सतपाल बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦, वैषà¥à¤£à¤µ मंडल अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸, बाबा बलरामदास हठयोगी, महंत दà¥à¤°à¥à¤—ादास तथा संत गà¥à¤°à¤®à¤¾à¤²à¤¸à¤¿à¤‚ह ने à¤à¥€ संबोधित किया। इससे पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक जगदीश पांडे à¤à¤µà¤‚ सà¤à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने गà¥à¤°à¥ वंदना à¤à¤µà¤‚ à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ से संत महापà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤‚े का वंदन कर साकेतवासी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हंसदेवाचारà¥à¤¯ महाराज का à¤à¤¾à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤®à¤°à¤£ किया।