रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ राजनाथसिंह ने लोकसà¤à¤¾ में आज à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ विषय पर à¤à¤¾à¤·à¤£ दिया, जो 1962 के बाद का सबसे गंà¤à¥€à¤° मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ था। गलवान घाटी में हà¥à¤ˆ हमारे जवानों की शहादत से पूरा देश गरमाया हà¥à¤† है।
रिपोर्ट - डॉ. वेदपà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª वैदिक
रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ राजनाथसिंह ने लोकसà¤à¤¾ में आज à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ विषय पर à¤à¤¾à¤·à¤£ दिया, जो 1962 के बाद का सबसे गंà¤à¥€à¤° मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ था। गलवान घाटी में हà¥à¤ˆ हमारे जवानों की शहादत से पूरा देश गरमाया हà¥à¤† है। करोड़ों लोग बड़ी उतà¥à¤¸à¥à¤•à¤¤à¤¾ से जानना चाहते थे कि गलवान घाटी में चीन के साथ मà¥à¤ à¤à¥‡à¥œ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हà¥à¤ˆ ? जब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने यह कहा था कि चीनियों ने हमारी जमीन पर कोई कबà¥à¤œà¤¾ नहीं किया और वे हमारी सीमा में घà¥à¤¸à¥‡ नहीं तो रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ को यह बताना चाहिठथा कि उस मà¥à¤ à¤à¥‡à¥œ का असली कारण कà¥à¤¯à¤¾ था ? आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ की बात है कि जिस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर सारे देश का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ टिका हà¥à¤† है, उसकी चरà¥à¤šà¤¾ के वकà¥à¤¤ सदन में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मौजूद नहीं थे। रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ ने वे सब बातें दोहराईं, जो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€, विदेश मंतà¥à¤°à¥€ और वे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कहते रहे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ फौज की वीरता और बलिदान को बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ और à¤à¤¾à¤µà¥à¤• ढंग से रेखांकित किया। उनके à¤à¤¾à¤·à¤£ का सार यही है कि दोनों देश सीमा-विवाद को शांति से निपटाना चाहते हैं। दोनों यà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं चाहते। रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ ने अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में जरा à¤à¥€ आकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤•-मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ अखà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤° नहीं की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बहà¥à¤¤ ही संयत शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में बताया कि दोनों पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ ने माना कि 3500 किमी की à¤à¤¾à¤°à¤¤-चीन के बीच जो वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• नियंतà¥à¤°à¤£ रेखा है, वह कितनी अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ है, अनिरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ है और कितनी असà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है। वे यह à¤à¥€ बता देते तो ठीक रहता कि साल में कई सौ बार उनके और हमारे सैनिक और नागरिक उस रेखा का अनजाने ही उलà¥à¤²à¤‚घन करते रहते हैं। रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ ने यह à¤à¥€ बताया कि दोनों पकà¥à¤· सीमा पर यथासà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बनाठरखने पर राजी हो गठहैं। साथ ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने माना है कि जो à¤à¥€ आपस में बैठकर तय किया जाà¤à¤—ा, उसका पालन दोनों पकà¥à¤· अवशà¥à¤¯ करेंगे। मà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¶à¥€ होती अगर राजनाथजी इशारे में à¤à¥€ यह कहते कि उस नियंतà¥à¤°à¤£-रेखा को, जो à¤à¤—ड़े की रेखा है, उसे वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• बनाने पर à¤à¥€ दोनों देश विचार कर रहे हैं ताकि हमेशा के लिठइस तरह के विवादों का खातà¥à¤®à¤¾ हो जाà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ इंतजाम करते वकà¥à¤¤ बहà¥à¤¤-कà¥à¤› ले-दे तो करना ही पड़ती है। रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ ने अपने बहादà¥à¤° फौजी जवानों का जबरà¥à¤¦à¤¸à¥à¤¤ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤µà¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ किया लेकिन अपने आतà¥à¤®à¥€à¤¯ मितà¥à¤° राजनाथजी से पूछता हूं कि उनका ‘हिंगलिश’ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में दिया गया à¤à¤¾à¤·à¤£ कितने जवानों को समठमें आया होगा। किसी अधपॠअफसर का लिखा हà¥à¤† à¤à¤¾à¤·à¤£ लोकसà¤à¤¾ में पà¥à¤¨à¥‡ की बजाय वे अपनी धारापà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹, सरल और सà¥à¤¸à¤‚यत शैली में हिंदी-à¤à¤¾à¤·à¤£ देते तो उसका पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ कई गà¥à¤¨à¤¾ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ होता। हिंदी-दिवस के दूसरे दिन उनके इस ‘हिंगलिश-à¤à¤¾à¤·à¤£â€™ ने उनके पà¥à¤°à¤¶à¤‚सकों को आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤šà¤•à¤¿à¤¤ कर दिया। à¤à¤¾à¤°à¤¤-चीन को मिलाते-मिलाते उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिंदी और अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ का घाल-मेल कर दिया।