परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि हिंदू धरà¥à¤® में अधिकमास का आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• महतà¥à¤µ है। इसे मलमास à¤à¥€ कहा जाता है। यह महीना पूरà¥à¤£ रूप से à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ होता है। इस वरà¥à¤· अधिकमास को कई मामलों में काफी शà¥à¤ माना गया है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 18 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि हिंदू धरà¥à¤® में अधिकमास का आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• महतà¥à¤µ है। इसे मलमास à¤à¥€ कहा जाता है। यह महीना पूरà¥à¤£ रूप से à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ होता है। इस वरà¥à¤· अधिकमास को कई मामलों में काफी शà¥à¤ माना गया है। जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· शासà¥à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वरà¥à¤· 2020 का अधिकमास बहà¥à¤¤ ही शà¥à¤ सà¥à¤¯à¥‹à¤— लेकर आया है। 160 वरà¥à¤·à¥‹ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ यह शà¥à¤ अवसर आया है। इसके बाद à¤à¤¸à¤¾ संयोग साल 2039 में बनने वाला है। अधिकमास 18 सितंबर 2020 से आरंठहो रहा है और 16 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2020 को समापà¥à¤¤ होगा। अधिकमास तीन वरà¥à¤· में à¤à¤• बार आता है इसका वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• आधार सूरà¥à¤¯ और चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ की चाल से है। सूरà¥à¤¯ वरà¥à¤· 365 दिन और 6 घंटे का माना जाता है, वहीं. चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ वरà¥à¤· 354 दिन का माना जाता है. इन दोनों वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बीच 11 दिन का अंतर होता है. यह अंतर 3 साल में 33 दिन अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ लगà¤à¤— à¤à¤• माह होता है। उसी अंतर के कारण तीन साल में à¤à¤• बार चंदà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¸ आता है. । दूसरे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहा जाये तो यह à¤à¤• खगोलशासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ तथà¥à¤¯ है, सूरà¥à¤¯ 30.44 दिन में à¤à¤• राशि को पार कर लेता है और यही सूरà¥à¤¯ का सौर महीना है। à¤à¤¸à¥‡ बारह महीनों का समय जो 365.25 दिन का है, à¤à¤• सौर वरà¥à¤· कहलाता है। चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ का महीना 29.53 दिनों का होता है जिससे चंदà¥à¤° वरà¥à¤· में 354.36 दिन ही होते हैं। यह अंतर 32.5 माह के बाद यह à¤à¤• चंदà¥à¤° माह के बराबर हो जाता है। इस समय को समायोजित करने के लिठहर तीसरे वरà¥à¤· à¤à¤• अधिक मास होता है। à¤à¤• अमावसà¥à¤¯à¤¾ से दूसरी अमावसà¥à¤¯à¤¾ के बीच कम से कम à¤à¤• बार सूरà¥à¤¯ की संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति होती है। यह पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• नियम à¤à¥€ है। जब दो अमावसà¥à¤¯à¤¾ के बीच कोई संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति नहीं होती तो वह माह बà¥à¤¾ हà¥à¤† या अधिक मास होता है। संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति वाला माह शà¥à¤¦à¥à¤§ माह तथा संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति रहित माह अधिक माह और दो अमावसà¥à¤¯à¤¾ के बीच दो संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति हो जायें तो कà¥à¤·à¤¯ माह होता है। कà¥à¤·à¤¯ मास कà¤à¥€ कà¤à¥€ होता है। हमारे शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में उलà¥à¤²à¥‡à¤– है कि अधिकमास में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ के साथ किये गये धारà¥à¤®à¤¿à¤• अनà¥à¤·à¥à¤ ान पà¥à¤£à¥à¤¯à¤«à¤² देने वाले होते है। हिनà¥à¤¦à¥ धरà¥à¤® शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ और धारà¥à¤®à¤¿à¤• मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अधिकमास के अधिपति सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ हैं और पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ का ही à¤à¤• नाम है इसलिठअधिकमास को पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® मास à¤à¥€ कहा जाता है. पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में इस मास को लेकर कई धारà¥à¤®à¤¿à¤• रोचक कथाà¤à¤‚ à¤à¥€ दी गई है. कहा जाता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मनीषियों ने अपनी गणना पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ से हर चंदà¥à¤° मास के लिठà¤à¤• देवता निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किà¤. चूंकि अधकि मास सूरà¥à¤¯ और चंदà¥à¤° मास के बीच संतà¥à¤²à¤¨ बनाने के लिठपà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हà¥à¤† और इसके अधिपति à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ जी है इसलिये इसे पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® मास कहा जाता है।